दुश्मनों की खटिया खड़ी: शुरू हुए सीमा से लगे 44 पुल, राजनाथ ने भरी हुंकार
आज का दिन देश की सुरक्षा और दुश्मन देशों को झटका देने वाला ऐतिहासिक दिन माना जा सकता है। सीमा पर तैयार किए गए इन 44 पुलों को आज से शुरू किया जाएगा।
नई दिल्ली: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशभर में सीमा से लगे हुए 7 अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल मिलकर 44 पुलों का ई-उद्घाटन कर दिया है। ऐसे में आज का दिन देश की सुरक्षा और दुश्मन देशों को झटका देने वाला ऐतिहासिक दिन माना जा सकता है। सीमा पर तैयार किए गए इन 44 पुलों को आज से शुरू किया जाएगा।
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10 जम्मू-कश्मीर की सीमा में
बता दें, देशभर में सभी स्थायी पुल बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन मतलब कि बीआरओ(BRO) ने बनाकर तैयार किए है। बीआरो द्वारा निर्मित इन 44 पुलों मे से 10 जम्मू-कश्मीर की सीमा में हैं।
इमने से 7 पुल लद्दाख में, 2 पुल हिमाचल प्रदेश में, 4 पुल पंजाब में, 8 पुल उत्तराखंड में, 8 पुल अरूणाचल प्रदेश में और 4 पुल सिक्किम में है। सबसे अहम बात ये है कि इन सभी 44 पुलों का उद्घाटन एक ही दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया है।
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इतनी बड़ी तादाद में पुलों का एक साथ उद्घाटन
इस ऐतिहासिक क्षण के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम के मुख्यमंत्री सहित जम्मू कश्मीर और लद्दाख के उप-राज्यपाल भी मौजूद रहें। साथ ही बीआरओ के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह भी शामिल रहें।
आपको बता ऐसा पहली बार हुआ है कि देश की अलग-अलग सरहदों यानी सीमाओं पर बने इतनी बड़ी तादाद में पुलों का एक साथ उद्घाटन किया गया।
ऐसे में बीते चार महीने से चीन से तनातनी के चलते बीआरओ दिन-रात एक करके सीमाओं की नदी-नालों पर पुलों का निर्माण कर रही है। वहीं इन में से 22 अकेले चीन सीमा पर जाने के लिए तैयार किए गए हैं।
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इसके चलते चीन के लिए ये एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। वहीं इनमें से एक पुल हिमाचल प्रदेश के दारचा में तैयार किया गया है। जो लगभग 350 मीटर लंबा है।
चीन को तगड़ा झटका
चीन से बीते कई महीनों से चल रहा टकराव पूर्वी लद्दाख के लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर अभी भी बरकरार है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि रोहतांग टनल के जरिए सेना की सप्लाई लाइन पूर्वी लद्दाख के जरिए खुली रही।
इसके साथ ही पूर्वी लद्दाख के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश से सटी एलएसी पर भी चीनी सेना की गतिविधियां अभी इन दिनों काफी बढ़ गई हैं। तो हालातों को देखते हुए सेना की मूवमेंट क लिए इन पुलों की काफी अहमियत है।
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