किसानों को खतरा: ISI को लेकर जारी हुआ अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियों की चेतावनी

दिल्‍ली में बड़ी साजिश रची गई है। जिसमें किसान संगठनों से गणतंत्र दिवस पर इन खतरों को देखते हुए सतर्क रहने की अपील की गई है। किसानों ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली आयोजित करने का ऐलान किया है। इस मौके का फायदा आईएसआई आतंकी और खालिस्तान उठा सकता है।

Update:2021-01-25 14:28 IST
बड़ी तादात में पंजाब-हरियाणा और अन्य कई दूसरे राज्यों से किसान दिल्ली की तरफ आएंगें। लेकिन इस मौके का फायदा आईएसआई आतंकी और खालिस्तान उठा सकता है।

नई दिल्‍ली। देश की मोदी सरकार की तरफ से लाए गए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली आयोजित करने का ऐलान किया है। जिसके चलते बड़ी तादात में पंजाब-हरियाणा और अन्य कई दूसरे राज्यों से किसान दिल्ली की तरफ आएंगें। लेकिन इस मौके का फायदा आईएसआई आतंकी और खालिस्तान उठा सकता है। इस बारे में जानकारी मिली है कि पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और खालिस्‍तान (Khalistan) समर्थक प्रतिबंधित अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस किसानों की गणतंत्र दिवस पर होने वाली इस ट्रैक्‍टर रैली को हाइजैक करके उसको निशाना बनाने की साजिश में लगे हुए हैं।

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सतर्क रहने की अपील

सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्‍ली में बड़ी साजिश रची गई है। जिसमें किसान संगठनों से गणतंत्र दिवस पर इन खतरों को देखते हुए सतर्क रहने की अपील की गई है।

इस बारे में दिल्‍ली पुलिस ने खतरे के संबंध में रविवार को कहा था कि ट्विटर पर 300 से अधिक अकाउंट की पहचान की गई है। जिसमें इनका ताल्‍लुक पाकिस्‍तान से है। इन्‍हें किसानों की ट्रैक्‍टर रैली को नुकसान पहुंचाने की साजिश के लिए बनाया गया है।

फोटो-सोशल मीडिया

हालाकिं हालातों को देखते हुए पूरे दिल्‍ली शहर के बिजलीघरों की भी सुरक्षा व्‍यवस्‍था बढ़ा दी गई है। साथ ही सूत्रों का कहना है कि इन बिजलीघरों को निशाना बनाए जाने की आशंका है।

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सुरक्षा एजेंसियां ​​भी हाई अलर्ट

जबकि सूत्रों ने इस बारे में प्रतिबंधित अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस के एक वीडियो का हवाला भी दिया है। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां ​​भी हाई अलर्ट पर हैं। बीते साल केंद्र ने आतंकवाद विरोधी कानून - यूएपीए या गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) एक्‍ट के तहत संगठन पर प्रतिबंध को बरकरार रखा था।

ऐसे में रविवार को इस बारे में दिल्ली पुलिस की तरफ से चेतावनी भी दी गई थी। इस बारे में विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) दीपेंद्र पाठक ने कहा था, '13 से 18 जनवरी के दौरान पाकिस्तान से 300 से अधिक ट्विटर हैंडल बनाए गए हैं। जो लोगों को किसानों की ट्रैक्‍टर रैली के लिए भ्रमित करने का काम करते हैं।

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