दिल्ली में शरद पवार ने दिया केजरीवाल को समर्थन, महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने का संकेत
अलायंस के बड़े घटक दल एनसीपी के कद्दावर नेता शरद पवार ने कहा है कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में हमें आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए।;
इंडिया अलायंस में शामिल एक और बड़े दल ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है। अलायंस के बड़े घटक दल एनसीपी के कद्दावर नेता शरद पवार ने कहा है कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में हमें आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए। शरद पवार से पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव, टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी और शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया और उद्धव ठाकरे भी आप को समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं।
शरद पवार ने यह भी कहा है कि इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर के चुनाव के लिए बनाया गया था। उन्होंने महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने का संकेत दिया। इससे पहले उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना भी ने भी महाराष्ट्र में निकाय चुनाव अकेले लड़ने की बात कही थी। ऐसे में महाराष्ट्र में विपक्षी दलों का महाविकास अघाड़ी गठबंधन बिखरता हुआ दिख रहा है।
दिल्ली चुनाव में केजरीवाल के पक्ष में शरद पवार
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक-दूसरे को चुनौती देते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में अन्य विपक्षी दलों का समर्थन भी काफी महत्वपूर्ण हो गया है। इस बीच एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कांग्रेस को करारा झटका देते हुए आप को समर्थन देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में हम सभी को अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए।
शरद पवार का यह बयान कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अभी तक कांग्रेस के पक्ष में विपक्ष के किसी बड़े नेता का बयान नहीं आया है। अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे पहले ही कांग्रेस को झटका दे चुके हैं। अब शरद पवार के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह अलग-अलग पड़ गई है।
निकाय चुनाव अकेले लड़ने का संकेत
मुंबई में मीडिया से बातचीत के दौरान शरद पवार ने एक और महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा कि इंडिया अलायंस की बैठक के दौरान कभी भी विधानसभा या लोकल बॉडी के चुनाव को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। गठबंधन की बैठक के दौरान हमेशा राष्ट्रीय चुनाव और राष्ट्रीय मुद्दों पर ही चर्चा हुई है। राष्ट्रीय स्तर का चुनाव लड़ने के लिए यह गठबंधन बनाया गया। समान विचारधारा वाले दलों को राष्ट्रीय चुनाव के लिए एकजुट करने के मकसद से इसका गठन किया गया था।
इसके साथ ही शरद भगवान ने स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने का भी संकेत दिया। उन्होंने कहा कि अगले 8-10 दिनों में पार्टी की बैठक होगी और इस बैठक के दौरान यह फैसला लिया जाएगा की निकाय चुनाव गठबंधन में लड़ा जाए या फिर अकेले।
उद्धव गुट का भी अकेले लड़ने का ऐलान
शरद पवार के बयान से पूर्व शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने भी निकाय चुनाव अकेले लड़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि गठबंधन में पार्टी कार्यकर्ताओं को पर्याप्त अवसर नहीं मिलते और इससे संगठन का विकास भी बाधित होता है। इसलिए हमने निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। हमारे इस फैसले से पार्टी के अधिक कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा।
इसके साथ ही उन्होंने इंडिया गठबंधन में बिखराव के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया था। उनका कहना था कि लोकसभा चुनाव बीतने के बाद कांग्रेस गठबंधन की एक भी बैठक नहीं कर सकी। इसी कारण गठबंधन के बड़े नेताओं की ओर से गठबंधन के अस्तित्व पर सवाल उठाए जा रहे हैं। शरद पवार और संजय राउत के रुख से साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन पूरी तरह बिखरने के कगार पर पहुंच गया है।