प्रेमी जोड़ों के लिए खुशखबरी, दिल्ली सरकार ने बनाया 'सेफ हाउस', जानें खासियत

ऐसे लोगों को प्रताड़ना से बचाने के लिए केजरीवाल सरकार सामने आई है। इस उत्पीड़न से बचाने के लिये और सुरक्षा देने के लिए दिल्ली सरकार ने एक स्पेशल सेल बनाने का निर्देश जारी किया है।

Update: 2021-03-28 04:40 GMT
प्रेमी जोड़ों के लिए खुशखबरी! अब दिल्ली सरकार उनके लिए बना रही 'सेफ हाउस' (PC: social media)

नई दिल्ली: वो कहते है न प्यार करने वालों को कोई अलग नहीं कर सकता। जी हाँ दिल्ली सरकार प्रेमी जोड़ों के लिए एक बड़ी खबर ला रही है। अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाह करने वाले जोड़ों और बिना शादी के साथ रहने वाले ऐसे जोड़े जिनके रिश्तों का विरोध उनका परिवार, स्थानीय समुदाय कर रहा है।

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लोगों को प्रताड़ना से बचाने के लिए केजरीवाल सरकार सामने आई है

ऐसे लोगों को प्रताड़ना से बचाने के लिए केजरीवाल सरकार सामने आई है। इस उत्पीड़न से बचाने के लिये और सुरक्षा देने के लिए दिल्ली सरकार ने एक स्पेशल सेल बनाने का निर्देश जारी किया है। इससे संबंधित SOP जारी कर दी गई हैं। इस जारी सर्कुलर में कहा गया है कि 'सरकार ऐसे जोड़ों को अपने ‘सेफ हाउस’ में आवास मुहैया कराएगी जिनके रिश्तों का उनके परिवार, स्थानीय समुदाय या खाप विरोध कर रहे हैं।'

टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 181 ही इस स्पेशल सेल की 24 घंटे की हेल्पलाइन के तौर पर काम करेगी

जिस पर दिल्ली महिला आयोग की मौजूदा टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 181 ही इस स्पेशल सेल की 24 घंटे की हेल्पलाइन के तौर पर काम करेगी। जहां पर ऐसे लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस हेल्पलाइन से उन्हें ज़रूरी सहायता भी दी जायेगी। हेल्पलाइन को संभालने वाले टेलीकॉलर्स को संकट बताने वाली कॉल्स के प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

संकट का सामना कर रहे ऐसे जोड़ों को मदद या सलाह के रूप में उपलब्ध कराई जा सकती हैं

उन्हें उन जरूरी सेवाओं की जानकारी है जो संकट का सामना कर रहे ऐसे जोड़ों को मदद या सलाह के रूप में उपलब्ध कराई जा सकती हैं। इन टेलीकॉलर्स को ऐसी कॉल का प्रबंधन करने के लिए और प्रशिक्षित किया जा सकता है। इसके लिए ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑफिस पहले ही दिल्ली महिला आयोग के सुपरविजन में उपलब्ध है।

कॉलर्स की रखी जाएगी गोपनीयता

इन मामलों में कॉलर्स की गोपनीयता रखी जायेगी। कॉल रिसीव होने के बाद सबसे पहले ये देखा जाएगा कि लड़का और लड़की बालिग हैं या नहीं। इसके बाद इलाके के DCP को इसकी सूचना दी जायेगी। मामले में DCP ही स्पेशल सेल के प्रमुख के तौर पर काम करेंगे। संबंधित जोड़े से शिकायत लेकर उस पर जांच शुरू की जाएगी।

DCP सारी जानकारी DM को देंगे और सेफ हाउस में जाने के लिए जोड़े की जरूरत DM को बताएंगे। कपल्स को PSO के रूप में पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी और सेफ हाउस की सुरक्षा भी संबंधित डीसीपी द्वारा की जाएगी। कपल्स को खतरे के बारे में बताया जाएगा और किसी भी सिचुएशन में समस्या का समाधान होने से पहले उन्हें उजागर नहीं किया जायेगा।

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अगर कपल सेफ हाउस में नहीं रहना चाहता है तो स्पेशल सेल उन्हें उनके रहने के स्थान पर थ्रेट परसेप्शन के आधार पर सुरक्षा मुहैया कराएगी। दिल्ली सरकार ने उत्तरी दिल्ली के किंग्सवे कैंप में सरकारी आवासीय क्षेत्र को सेफ हाउस के तौर पर स्थापित कराया है, जिसमें 2 कमरे एक टॉयलेट और एक किचन है। इसमें तीन जोड़े रह सकते हैं।

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