मोदी सरकार को लगा तगड़ा झटका, दिल्ली के लिए आई एक और बुरी खबर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस समय देश की राजधानी में हैं, ठीक उसी समय सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित राजधानी...
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस समय देश की राजधानी में हैं, ठीक उसी समय सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित राजधानी शहरों में सबसे ऊपर है। आईक्यू एअर विजुअल की वर्ल्ड एअर क्वालिटी रिपोर्ट 2019 के मुताबिक, दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 21 भारत के हैं।
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दिल्ली से सटा गाजियाबाद शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है। इसके उलट पड़ोसी देश चीन की राजधानी बीजिंग ने साल 2019 में वायु गुणवत्ता में सुधार किया है। बीजिंग दुनिया के 200 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची से बाहर हो गया है। आप को बता दें कि मोदी सरकार के द्वारा पर्यावरण को लेकर तमाम प्रयासों को अंजाम दिया गया है। लेकिन कुछ परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है। और भारत के प्रमुख शहर प्रदुषित शहर में अभी भी शामिल है।
भारत के 98 फीसदी शहरों में वायु प्रदूषण 20 फीसदी घटा
गाजियाबाद में सालाना औसत पीएम 2.5 घनत्व 110.2 रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, पीएम 2.5 सालाना 10 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहना चाहिए। हालांकि, भारत के लिए सुकून की बात है कि 2018 और 2019 के बीच देश के 98 फीसदी शहरों में वायु प्रदूषण 20 फीसदी कम हुआ है।
इसके बाद भी भारत के 6 शहर दुनिया के शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। नवंबर, 2019 में दिल्ली के कुछ इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 800 के पार निकलने के बाद पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी थी। वायु गुणवत्ता के मामले में दक्षिण एशिया की स्थिति खराब ही बनी हुई है।
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दुनिया के सबसे प्रदूषित 30 शहरों में 27 भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हैं। पाकिस्तान का गुजरांवाला, फैसलाबाद और रायविंड शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित शहरों में हैं। एयरविजुअल डाटा के मुताबिक, साउथ एशिया, साउथ-ईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
दुनिया के 355 शहरों में इन क्षेत्रों के महज 6 शहर ऐसे हैं, जो वायु गुणवत्ता को लेकर डब्ल्यूएचओ के सालाना लक्ष्य को पूरा करते हैं। हालांकि, दक्षिण एशिया में 2018 के मुकाबले 2019 में काफी सुधार हुआ है।
बांग्लादेश दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों में सबसे ऊपर
रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई देशों के वायु गुणवत्ता सुधार में आर्थिक सुस्ती, मौसम के अनुकूल हालात और वायु स्वच्छता के लिए किए प्रयासों का बड़ा योगदान है। उदाहरण के लिए दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद में 2019 में औसत एक्यूआई 110.2 रहा, जो 2018 में 135.2 और 2017 में 144.6 रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में देश के पहला नेशनल क्लीन एअर प्रोग्राम लॉन्च किया गया। इसके तहत 2024 तक देश के 102 शहरों में पीएम 2.5 और पीएम 10 को 20 से 30 फीसदी कम करने का लक्ष्य रखा गया। वहीं, बांग्लादेश दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों में शुमार है।