दिल्ली हिंसा थी आतंकी घटना! पुलिस ने चार्जशीट में कहा, उमर-शर्जील पर ये बड़े आरोप

पुलिस ने आगे कहा है कि हमलावरों का मकसद सरकार को आतंकित करना और सीएए, एनआरसी वापस लेने के लिए दबाव बनाना साफ तौर पर आतंकी गतिविधि है।

Update: 2020-11-25 16:29 GMT
पुलिस ने आगे कहा है कि हमलावरों का मकसद सरकार को आतंकित करना और सीएए, एनआरसी वापस लेने के लिए दबाव बनाना साफ तौर पर आतंकी गतिविधि है।

नई दिल्ली: दिल्ली दंगा मामले में पुलिस ने चार्जशीट दायर की है। दिल्ली पुलिस ने देश की राष्ट्रीय राजधानी में दंगे को आतंकी घटना बताया है। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के छात्र उमर खालिद, विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर शर्जील इमाम और फैजान खान के खिलाफ चार्जशीट में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन सभी के खिलाफ दंगे भड़काने की साजिश रचने समेत कई बड़े आरोप शामिल हैं।

देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बीते फरवरी में भीषण हिंसा हुई थी। इस हिसा में एक पुलिसकर्मी समेत 50 से अधिक नागरिकों की जान चली गई थी, तो वहीं लगभग साढ़े सात सौ लोग घायल हुए थे। भारी पैमाने पर सरकारी संपत्तियों को नुकसान हुआ था।

पुलिस ने आरोप पत्र में कहा है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों पर आग्नेयास्त्रों, पेट्रोल बमों, एसिड हमलों और घातक हथियारों के इस्तेमाल करने की कोशिश की थी और मारने का प्रयास किया गया था। इस हिंसा में कुल 208 पुलिस कर्मी घायल हुए थे।

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पुलिस ने आगे कहा है कि हमलावरों का मकसद सरकार को आतंकित करना और सीएए, एनआरसी वापस लेने के लिए दबाव बनाना साफ तौर पर आतंकी गतिविधि है। चार्जशीट में बताया गया है कि हिंसा में आगजनी के दौरान निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना तथा लोगों की हत्या और घायल करना साफ तौर पर आतंकी घटना है।

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दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में लोगों के लिए जरूरत वाली चीजों की आपूर्ति और सेवाओं का व्यवधान भी दंगा प्रभावित क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से नजर आया। पुलिस ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के बंद होने से आवश्यक वस्तुओं तक पहुंच बंद हो गई थी। बोर्ड परीक्षाएं तक स्थगित हो गई थीं। अस्पतालों तक पहुंचने के रास्ते रोक दिए गए थे।

पुलिस ने चार्जशीट में आग कहा है कि लोग के जीवन के लिए आवश्यक आपूर्ति और सेवाओं को रोकना आतंकवादी अधिनियम के दायरे में आता है। पुलिस ने आरोप पत्र में कहा है कि दंगाइयों ने देश की एकता को खतरे में डालने और लोगों में आतंक फैलाने के उद्देश्य से पैसे इकट्ठा किए और हिंसा फैलाई।

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दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान भी राजधानी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे कराए गए। इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी उठानी पड़ी।

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