Delhi Women Crime: दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित, जरा आप भी पढ़ लें ये रिपोर्ट

Delhi Women Crime: एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में नाबालिग बच्चियों के साथ भी हैवानियत अन्य शहरों के मुकाबले अधिक हुई है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2022-08-30 16:36 IST

दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित (photo: social media 

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Delhi Women Crime 2022: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली निर्भया कांड के 10 साल पूरे होने के बाद भी महिला सुरक्षा के मामले में फिसड्डी साबित हुई है। इस बात की तस्दीक खुद सरकार के आंकड़े कर रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की नई रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक दिल्ली में साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 13,892 मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2020 की तुलना में ये 40 प्रतिशत अधिक है। साल 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराधा का आंकड़ा 9,782 था।

एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल यानी 2021 में हर दिन दो नाबालिग का रेप हुआ। महिला के साथ होने वाली हर तरह की क्रूरता के मामले में दिल्ली अव्वल है। साल 2021 में दिल्ली में अपहरण के 3948 मामले, पतियों द्वारा क्रूरता के 4674 मामले और बालिकाओं से रेप के 833 मामले दर्ज किए गए जो कि 20 लाख से अधिक आबादी वाले अन्य महानगरीय शहरों की तुलना में सर्वाधिक है।

बच्चियों के साथ भी बढ़ी हैवानियत

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में नाबालिग बच्चियों के साथ भी हैवानियत अन्य शहरों के मुकाबले अधिक हुई है। साल 2021 में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण के लिए बनाए गए नियम पॉस्को एक्ट के तहत 1357 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों के अनुसार, 2021 में बच्चियों से रेप के 833 मामले दर्ज किए गए, जो महानगरों में सबसे अधिक है।

हत्या के मामलों में आई मामूली कमी

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में हत्या के मामलों में मामूली कमी आई है। साल 2021 में हत्या के 454 मामले दर्ज किए गए जो कि 2020 में 461 और 2019 में आए 500 मामले से कम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल दिल्ली में दहेज, जादू टोने, बाल/नर बलि तथा साम्प्रदायिक, धार्मिक या जाति की वजहों से कोई हत्या नहीं हुई। राष्ट्रीय राजधानी में हुई हत्याओं के पीछे अधिकतर वजह निजी दुश्मनी पाई गई।

मुंबई और बेंगलुरू भी पीछे नहीं

महिलाओं के खिलाफ अपराध में मायानगरी मुंबई और आईटी गतिविधियों का हब माने जाने वाली बेंगलुरू भी पीछे नहीं है। एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के बाद आर्थिक राजधानी मुंबई में महिलाओं के खिलाफ सर्वाधिक 5543 मामले आए थे। इसके बाद बेंगलुरू में 3127 मामले आए थे।

वहीं देशभर की बात करें तो पिछले साल देशभर के थानों में 60 लाख से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हुए थे। महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4.28 लाख मामले दर्ज हुए थे। वहीं रेप के 31,667 मामले दर्ज हुए थे।

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