देवरिया जेल में प्रापर्टी डीलर को पीटने के मामले में आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत
सीबीआई की विशेष अदालत ने राजधानी के एक प्रापर्टी डीलर को अगवा कर देवरिया जेल में मारने-पीटने व उससे जबरिया रंगदारी वसूलने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त पवन कुमार सिंह को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अभियुक्त पवन पूर्व सांसद अतीक अहमद का एकाउटेंट है।
लखनऊ: सीबीआई की विशेष अदालत ने राजधानी के एक प्रापर्टी डीलर को अगवा कर देवरिया जेल में मारने-पीटने व उससे जबरिया रंगदारी वसूलने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त पवन कुमार सिंह को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अभियुक्त पवन पूर्व सांसद अतीक अहमद का एकाउटेंट है। अब इस मामले में अतीक अहमद समेत कुल 11 अभियुक्त न्यायिक हिरासत में निरुद्ध हैं। जबकि अतीक अहमद का लड़का मो. उमर फरार चल रहा हw।
सीबीआई ने शुक्रवार को अभियुक्त पवन को पेश कर अदालत से उसका न्यायिक रिमांड मांगा। सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट पीयूष त्रिपाठी ने अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश दिया।
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उल्लेखनीय है कि 29 दिसंबर, 2018 को रियल स्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने इस मामले की एफआईआर थाना कृष्णानगर में दर्ज कराई थी। जिसके मुताबिक देवरिया जेल में निरुद्ध अतीक ने अपने गुर्गो के जरिए गोमतीनगर आफिस से उसका अपहरण करा लिया। तंमचे के बल पर उसे देवरिया जेल ले जाया गया।
अतीक ने उसे एक सादे स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करने को कहा। उसने इंकार कर दिया। इस पर अतीक ने अपने बेटे उमर तथा गुर्गे गुरफान, फारुख, गुलाम व इरफान के साथ मिलकर उसे तंमचे व लोहे की राड से बेतहाशा पीटा। उसके बेसुध होते ही स्टाम्प पेपर पर दस्तखत बनवा लिया और करीब 45 करोड़ की सम्पति अपने नाम करा ली। साथ ही जानमाल की धमकी भी दी। अतीक के गुर्गो ने उसकी एसयूवी गाड़ी भी लूट ली।
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इस मामले की विवेचना पहले स्थानीय पुलिस कर रही थी। लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से इस मामले की विवेचना सीबीआई करने लगी।