Indian Railway: रेलवे के टर्मिनल, सेंट्रल और जंक्शन में होता यह बड़ा फर्क...जानिए आसान भाषा में
Indian Railway: भारतीय रेलवे देश में स्टेशनों को चार भागों में बांटती है। पहला भाग टर्मिनस/टर्मिनल होता है। दूसरा भाग सेंट्रल होता है। तीसरा भाग जंक्शन होता और चौथा भाग स्टेशन होता है।
Indian Railway: रेलवे भारतीयों के जीवन का एक अहम हिस्सा कहा जाए तो गलत नहीं होगा। रेलवे किफायती दामों में रेलवे लोगों को अपने गंतव्य स्थानों पहुंचा रही है। इतना ही नहीं, भारतीय रेलवे अपने आप कई इतिहास समेटे हुए है। रेलवे के इन्हीं इतिहासों पर ना जाने लेखकों में कितनी किताबें लिख दी होंगी। अगर रेल यात्रा को अविस्मरणीय मना गया है तो इसके ट्रेनों के नाम व स्टेशनों के नाम और रेलवे में उपयोग होने वाले चिन्हों को नाम भी अविस्मरणीय से कम नहीं हैं।
4 भागों में बांटा होता है स्टेशन
दरअसल, भारतीय रेलवे देश में स्टेशनों को चार भागों में बांटती है। पहला भाग टर्मिनस/टर्मिनल होता है। दूसरा भाग सेंट्रल होता है। तीसरा भाग जंक्शन होता और चौथा भाग स्टेशन होता है। तो आइये लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि स्टेशनों पर लिखे टर्मिनल, टर्मिनल और सेंट्रल आखिर क्यों लिखा जाता है और क्या कारण होता है?
टर्मिनस या टर्मिनल
भारतीय रेलवे ने देश में कई स्टेशनों को टर्मिनस या टर्मिनल भाग बांटा है। टर्मिनस या टर्मिनल उन स्टेशनों का कहा जाता है, जहां पर ट्रेन अपनी यात्रा को खत्म करती है। उसके आगे जाने का कोई और रास्ता नहीं होता। उस रास्ते से ट्रेन दोबारा वापस होती है। उदाहरण के लिए: अगर कोई ट्रेन लखनऊ अपनी यात्रा की शुरू करती है और उसको मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल जाना है तो वहीं पर अपनी यात्रा को खत्म करेगी, उसके आगे का जाने का कोई रास्ता नहीं होगा। दोबारा उसी रास्ते से वापस होगी। इसलिए मुंबई के छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन को टर्मिनल कहा जाता है।
इस वजह से कहा जाता है सेंट्रल
भारतीय रेलवे सेंट्रल उन स्टेशनों को कहती है। यहां से कई राज्यों के शहरों के लिए ट्रेनों का आना जाना होता हो। इसके अलावा वह देश का सबसे पुराना स्टेशन हो। सेंट्रल रेलवे अन्य स्टेशनों की तुलना में काफी बड़े होते हैं। इसलिए भारत जैसे बड़े देश में मात्र 5 ही सेंट्रल स्टेशन हैं। इनके नाम कानपुर सेंट्रल मुंबई सेंट्रल,चेन्नई सेंट्रल, त्रिवेंद्रम सेंट्रल और मैंगलोर सेंट्रल हैं।
इसको कहते हैं जंक्शन
भारतीय रेलवे जंक्शन उन स्टेशनों को कहती है, जहां से ट्रेनों के तीन अलग अलग रेलवे रूट्स निकलते हों। किसी स्टेशन पर अगर तीन दिशाओं की ट्रेनों का मिलान होता है तो वह जंक्शन कहलाता है। देश में 300 से अधिक रेलवे जंक्शन स्टेशन हैं और इसमें सबसे बड़ा मुथरा जंक्शन है।
इसलिए कहा जाता है स्टेशन
स्टेशन की कोई विशेष पहचान नहीं होती है। बस यहां से ट्रेनों का आना-जाना और ठहरना होता है। देश में रेलवे के करीब 8 हजार से अधिक स्टेशन हैं। यह स्टेशन देश के छोटे छोटे कस्बों लेकर बड़े बड़े शहरों में मौजूद हैं।