Rajasthan News: DNA जांच के बाद बुजुर्ग को मिली चोरी हुई गाय, कानूनी लड़ाई में बिक गया 10 बीघा खेत

Rajasthan News: 70 वर्षीय दुलाराम डारा के घर में 26 जनवरी को एक बछिया का जन्म हुआ था। उन्होंने बड़े प्यार से उसका नाम भारत माता रखा था। लेकिन एक दिन अचानक उनकी गाय चोरी हो गई। पुलिस में इसकी रिपोर्ट भी लिखवाई। गाय चोरी को लेकर वह बीएसएनएल के एक टॉवर पर चढ़ गये। लोगों से मार भी खाई। दो साल तक कानून की लड़ाई लड़ते-लड़ते उनकी 10 बीघा जमीन तक बिक गई। बावजूद हार नहीं मानी।

Update: 2023-05-22 17:54 GMT
प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार-सोशल मीडिया)

Rajasthan News: 70 वर्षीय दुलाराम डारा के घर में 26 जनवरी को एक बछिया का जन्म हुआ था। उन्होंने बड़े प्यार से उसका नाम भारत माता रखा था। वह गाय की खूब सेवा करते थे। लेकिन एक दिन अचानक उनकी गाय चोरी हो गई, उस वक्त वह गर्भवती थी। पुलिस में इसकी रिपोर्ट भी लिखवाई। गाय चोरी को लेकर वह बीएसएनएल के एक टॉवर पर चढ़ गये। लोगों से मार भी खाई। दो साल तक कानून की लड़ाई लड़ते-लड़ते उनकी 10 बीघा जमीन तक बिक गई। बावजूद दुलाराम ने हार नहीं मानी। आखिरकार, हैदराबाद में हुई डीएनए सैंपल की जांच के बाद उनकी गाय उन्हें वापस मिल सकी। आइये तफ्शील से जानते हैं पूरा मामला।

मामला राजस्थान के सरदार शहर का है। गणतंत्र दिवस के दिन दुलाराम की गाय ने बछिया को जन्म दिया था। इसीलिए बुजुर्ग ने उसका नाम भारत माता रखा था। अपनी संतान की तरह वह उसे खूब प्यार करते, नहलाते-धुलाते और खिलाते पिलाते थे। 11 फरवरी 2021 को एक दिन जब वह सोकर उठे तो देखा कि उनकी भारत माता गायब है। बदहवास हालत में वह उसे इधर-उधर खोजते रहे। जहां भी गाय की सूचना मिलती वह जा धमकते। गाय नहीं मिली तो पुलिस में गाय चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई।

...और चढ़ गया बीएसएनएल के टॉवर पर

गाय नहीं मिली तो एक दिन वह इतना दुखी हो गये की बीएसएनएल के एक टॉवर पर चढ़ गये। कहा कि जब तक गाय नहीं मिलेगी वह उतरेंगे नहीं। इत्तेफाक देखिए कि उसी दिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उसी इलाके में आये हुए थे। हंगामा बढ़ता देख पुलिस अफसर बुजुर्ग के पास पहुंचे और गाय खोजने का आश्वासन देकर उन्हें नीचे उतारा। इसके बाद बीकानेर आईजी ने गाय चोरी की जांच तारानगर के डीएसपी ओम प्रकाश को सौंप दी।

10 महीने बाद गाय चोरी का चला था पता

10 महीने बाद दुलाराम को पता चला कि उनकी गाय बाजार में बिकने आई है। सूचना पाकर दुलाराम आनन-फानन में बाजार पहुंचा और गाय को छुड़ा लाया। वह घर पहुंचा ही था कि गंगाराम कुम्हार नाम का व्यक्ति बड़ी संख्या में लोगों के आ धमका और मारपीट कर गाय को वापस ले गया। वह मानने को ही तैयार नहीं था कि यह गाय दुलाराम की है। मामला फिर पुलिस थाने तक पहुंचा।

डीएनए टेस्ट से हुआ दूध का दूध और पानी का पानी

डीएसपी ओम प्रकाश गोदारा ने बताया कि सच का पता लगाने के लिए चोरी हुई गाय और पीड़ित के घर पर बंधी गाय की मां का डीएनए टेस्ट हुआ। दोनों का डीएनए सैंपल जांच के लिए हैदराबाद भेजा गया। कुछ दिनों बाद आई रिपोर्ट में यह पता चला कि गाय दुलाराम की ही है। इसके बाद पुलिस ने दुलाराम की गाय उन्हें सौंप दी।

ठान लिया था कि किसी भी कीमत पर गाय को पाना है

गाय पाकर दुलाराम की खुशी की ठिकाना नहीं रहा। वह बहुत खुश है, लेकिन दुखी भी। दुलाराम ने कहा कि अब गाय मुझे मिल चुकी है। लेकिन, आरोपी गंगाराम सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बुजुर्ग की पत्नी माली देवी ने कहा कि उन्होंने ठान लिया था कि वह अपनी गाय लेकर रहेंगे। इस सबमें 10 बीघा जमीन भी बिक गई।

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