Plastic Causing Cancer: प्लास्टिक बोतलों का खतरनाक सच, कैंसर पैदा करने वाले केमिकल

Plastic Bottles Causes Cancer: अमेरिका की मल्टीनेशनल केमिकल कम्पनी ड्यूपॉन्ट के इंजीनियर नथानिएल वायथ ने 1973 में पीईटी प्लास्टिक की बोतल का पेटेंट कराया।ये बोतलें पर्यावरण में कैंसर पैदा करने वाले प्रदूषकों और हैवी मेटल्स को छोड़ती हैं।

Update:2023-06-02 21:28 IST
प्लास्टिक वाटर बोतल काउसिंग कैंसर (फोटो: सोशल मीडिया)

Plastic Bottles Causing Cancer: अमेरिका की मल्टीनेशनल केमिकल कम्पनी ड्यूपॉन्ट के इंजीनियर नथानिएल वायथ ने 1973 में पीईटी प्लास्टिक की बोतल का पेटेंट कराया। ये कांच के लिए एक अभिनव और टिकाऊ विकल्प था। तब से लेकर आज तक प्लास्टिक बोतलों का उत्पादन प्रति वर्ष आधे ट्रिलियन से अधिक बोतलों तक पहुंच चुका है।

रीसाइक्लिंग नदारद

इन पीईटी (पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट प्लास्टिक) बोतलों में से अधिकांश को कभी भी रीसायकल नहीं किया जाता है। गैर-लाभकारी संस्था 'डिफेंड अवर हेल्थ' और 'बियॉन्ड पेट्रोकेमिकल्स' अभियान द्वारा प्रकाशित एक नई रिपोर्ट के अनुसार, पीईटी प्लास्टिक की बोतलें अपने जीवन चक्र के हर चरण में खतरनाक रासायनिक प्रदूषण का कारण बनती हैं।

प्लास्टिक का जीवन चक्र

  • पीईटी बोतलें इस्तेमाल के बाद कूड़ेदानों में पहुंचती हैं। ये बोतलें पर्यावरण में कैंसर पैदा करने वाले प्रदूषकों और हैवी मेटल्स को छोड़ती हैं।
  • हालांकि इंडस्ट्री वाले पीईटी को "100 प्रतिशत रीसाइक्लिंग योग्य" के रूप में प्रचारित करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि रीसाइक्लिंग के लिए 70 प्रतिशत बोतलें कभी एकत्र नहीं की जाती हैं। इसके बजाय उन्हें कहीं भी फेंक दिया जाता है। ये लैंडफिल में भेज दी जाती हैं या भस्म कर दी जाती हैं। इससे वायु प्रदूषण होता है जो खासकर गरीबों, स्लम्स में रहने वालों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है।
  • डिफेंड अवर हेल्थ का अनुमान है कि शेष 30 प्रतिशत में से सिर्फ एक-तिहाई को ही नई बोतलों में बदला जाता है; बाकी या तो रीसाइक्लिंग प्रक्रिया के दौरान बर्बाद हो जाती हैं या निम्न-गुणवत्ता वाले प्लास्टिक उत्पादों में "डाउनसाइकल" कर दी जाती हैं।
  • अनुमान है कि 2060 तक वैश्विक प्लास्टिक कचरे की मात्रा तिगुनी हो जाएगी। लेकिन रीसाइक्लिंग का बुनियादी ढांचा इस रफ्तार से नहीं बढ़ पायेगा।
  • हाल के शोध से यह भी पता चलता है कि रीसाइक्लिंग प्रक्रिया से अनजाने में जहरीले रसायनों का समावेश खिलौनों, रसोई के बर्तनों और अन्य उत्पादों में शामिल हो जाता है। ये अंततः यूजर्स को जोखिम में डाल सकता है।
  • शायद आप न जानते हों लेकिन सच्चाई है कि पीईटी बोतल लगातार केमिकल रिलीज करती रहती है। परीक्षण से पता चलता है कि लगभग सभी प्लास्टिक की बोतलें उनमें भरे पेय पदार्थों में केमिकल छोड़ती हैं। इन केमिकल में पीईटी प्लास्टिक के प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाला एंटीमनी ट्रायऑक्साइड शामिल है जो कैंसर कारक केमिकल है।
  • पीईटी के प्रोडक्शन में मुख्य रूप से मोनोइथाइलीन ग्लाइकॉल का उपयोग होता है। इस केमिकल के उत्पादन से हर साल सिर्फ अमेरिका में 30844 किलो एथिलीन ऑक्साइड हवा में रिलीज़ होती है। ये कैंसर कारक केमिकल है।
  • प्लास्टिक मूलतः तेल और गैस से बनता है। इस क्रम में तेल और गैस की प्रोसेसिंग में 1,000 से अधिक केमिकल निकलते हैं, जिनमें से कई स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। इन बहुत से केमिकलों का इंसानी सेहत पर पड़ने वाले असर का अभी तक पता ही नहीं है।

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