सीएम का बेटा फंसा: ED दागेगी सवाल पर सवाल, समन के बाद गरमाई सियासत

ईडी की ओर से पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके बेटे रनिंदर सिंह के खिलाफ दर्ज तीन मामलों में आईटी फाइलों को जांच के लिए मांगा गया था। हालांकि इस बाबत रनिंदर सिंह की ओर से याचिका भी दाखिल की गई थी

Update: 2020-10-24 03:34 GMT

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस दिया है। फेमा उल्लंघन के मामले में ईडी की ओर से कैप्टन के बेटे को समन भेजा गया है। कैप्टन के बेटे को ईडी ने मंगलवार को पूछताछ के लिए तलब किया है।

रनिंदर सिंह को ईडी के जालंधर स्थित जोनल कार्यालय में 27 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया है। हालांकि इसे लेकर सियासत भी गरमाने लगी है। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि केंद्रीय कृषि कानूनों का कड़ा विरोध करने के कारण यह कदम उठाया गया है।

जांच पड़ताल के बाद करेंगे बचाव

ईडी की ओर से पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके बेटे रनिंदर सिंह के खिलाफ दर्ज तीन मामलों में आईटी फाइलों को जांच के लिए मांगा गया था। हालांकि इस बाबत रनिंदर सिंह की ओर से याचिका भी दाखिल की गई थी।

इस याचिका में रनिंदर सिंह का कहना था कि इस मामले को लेकर ईडी कोर्ट नहीं जा सकती है क्योंकि उन्हें ईडी की ओर से अभी तक कोई नोटिस नहीं जारी किया गया है।

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अब ईडी की ओर से पूछताछ का समन मिलने के बाद रनिंदर सिंह के वकील जयवीर शेरगिल का कहना है कि हम इस संबंध में दिए गए बिंदुओं की जांच पड़ताल कर रहे हैं और उसी के आधार पर अपना बचाव करेंगे।

विदेश में संपत्ति छिपाने का आरोप

कैप्टन के बेटे पर विदेश में अघोषित संपत्ति छिपाने का यह मामला काफी पुराना है। इनकम टैक्स की रिपोर्ट के आधार पर ही ईडी की ओर से इस मामले में केस दर्ज किया गया था। कैप्टन के बेटे इस मामले में 2016 में भी ईडी के सामने पेश हुए थे।

उनके खिलाफ 2002 से 2007 के दौरान स्विट्जरलैंड में एक बैंक खाते में अवैध रूप से धन भेजने और टैक्स की चोरी करने का आरोप है। इसके साथ ही ब्रिटेन स्थित जैकरेंडा ट्रस्ट के मामले में भी उनके खिलाफ फेमा नियमों के उल्लंघन का आरोप है।

आईटी विभाग की शिकायत पर भेजा समन

इस बाबत ईडी अधिकारियों का कहना है कि इन मामलों में उन्हें और अधिक जानकारी की जरूरत है और इसी कारण रनिंदर सिंह को फिर से पूछताछ के लिए समन जारी किया गया है।

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ईडी के एक वरिष्ठ अफसर का कहना है कि आईटी विभाग की ओर से मिली शिकायत के बाद रनिंदर सिंह के खिलाफ फेमा उल्लंघन मामले की फिर से जांच शुरू की गई है। आईटी विभाग का कहना है कि रनिंदर सिंह ने ब्रिटेन स्थित ट्रस्ट को लेकर झूठी जानकारी दी है।

समन के बाद गरमाई सियासत

वैसे कैप्टन के बेटे को ईडी की ओर से समन मिलने के बाद इसे लेकर सियासत भी गरमाने लगी है। कुछ कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और यही कारण है कि उनके बेटे के खिलाफ एक बार फिर ईडी का शिकंजा कस दिया गया है।

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उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार की ओर से केंद्र के नए कृषि कानूनों का जबर्दस्त विरोध किया जा रहा है। केंद्र सरकार के कानूनों के खिलाफ कैप्टन ने पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। इस सत्र में इन कानूनों के खिलाफ एक संशोधन प्रस्ताव पारित किया गया है। पंजाब देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने विधानसभा में इस तरह का प्रस्ताव पारित किया है।

कैप्टन बोले-केंद्रीय कृषि कानून मंजूर नहीं

कृषि कानूनों को लेकर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कड़ा रवैया अख्तियार कर रखा है। उनका कहना है कि केंद्रीय कृषि कानून हमें किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है और वह किसानों के मामलों में कोई भी समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि चाहे मेरी सरकार भले गिर जाए,लेकिन हमें केंद्र का कृषि कानून मंजूर नहीं है।

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