वधावन बंधुओं को लॉकडाउन का उल्लंघन करना पड़ा भारी, ED ने की लग्जरी कारें सीज
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
नई दिल्ली: लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कपिल वधावन और धीरज वधावन की उन सभी 5 लग्जरी कारों को सीज करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिनमें सवार होकर वो महाबलेश्वर पहुंचे थे। अब इस मामले में ईडी ने कारों को सीज करने का मेमो कपिल वधावन और धीरज वधावन को भेजने की जानकारी सतारा पुलिस को दी है।
बता दें लॉकडाउन का उल्लंघन कर वधावन परिवार समेत 22 लोग महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर पहुंचे थे। तभी लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर सतारा पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद महाराष्ट्र में हड़कंप मच गया। बवाल बढ़ता देख मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया है।
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सतारा पुलिस ने इन सभी लोगों को हिरासत में लेने के बाद पंचगनी के सेंट जैवियर्स स्कूल में क्वारनटीन में रखा है। ईडी और सीबीआई के अधिकारियों ने सतारा पुलिस से कहा है कि वो वधावन ब्रदर्स को क्वारनटीन के बाद भी रिहा न किया जाए। मिली जानकारी के मुताबिक वधावन बंधु 8 मार्च से ही सीबीआई और ईडी से छिप रहे थे। येस बैंक मामले में पूछताछ के लिए दोनों एजेंसियां इनकी तलाश कर रही थीं।
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बताया जाता है कि वधावन बंधु खंडाला के एक गेस्ट हाउस में छिपे थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इनको गेस्ट हाउस छोड़कर महाबलेश्वर जाना पड़ा था। इनको यह डर था कि अगर मुंबई गए, तो गिरफ्तार हो जाएंगे, इसलिए ये महाबलेश्वर की तरफ निकल गए थे। दरअसल, ईडी ने 8 मार्च को येस बैंक के फाउंडर राणा कपूर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वधावन ब्रदर्स खंडाला निकल गए थे और एक गेस्ट हाउस में छिप गए थे।
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वधावन बंधुओं पर आरोप है कि इन्होंने कपूर परिवार को घूस देकर येस बैंक से सैकड़ों करोड़ रुपये के लोन लिए थे। इस मामले में ईडी और सीबीआई वधावन बंधुओं को कई बार समन भी भेज चुकी हैं, लेकिन ये लोग पूछताछ के लिए जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं हुए थे। बहाना बनाया था कि कोरोना वायरस की वजह से वो बाहर नहीं निकल सकते हैं।