सिंघु बॉर्डर पर पकड़ा गया संदिग्ध पलटा, कहा-किसानों ने जबरन दिलवाया झूठा बयान
सिन्धु बॉर्डर से पकड़े गए योगेश ने किसानों पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं । उसने अपनी सफाई में कहा है कि किसान आंदोलन में प्रदर्शन कर रहे लोगों के दबाव में उसने हत्या की बात कही थी।
नई दिल्ली: चार किसान नेताओं की हत्या की साजिश के साथ-साथ 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बड़ी गड़बड़ी करने का दावा करने वाला युवक योगेश अपने बयान से पलट गया है।
शनिवार को उसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें योगेश ने दावा किया है कि उसने यह बयान किसान नेताओं के दबाव में दिया है।
उसकी उम्र लगभग 19 साल बताई जा रही है। हालांकि, योगेश ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पहले अपनी उम्र 24 साल बताई थी।
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योगेश ने किसानों पर लगाए ये गंभीर आरोप
सिन्धु बॉर्डर से पकड़े गए योगेश ने किसानों पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं । उसने अपनी सफाई में कहा है कि किसान आंदोलन में प्रदर्शन कर रहे लोगों के दबाव में उसने हत्या की बात कही थी। कुछ लोगों ने उसे कैंप में ले जाकर मारा था। फिर रात को शराब पिलाकर कहा कि हम जो बोलेंगे वही बोलना पड़ेगा।
योगेश का कहना है कि,''मुझे मारने के बाद खाना खिलाया और दारू भी पिलाई, जिसके बाद उन लोगों ने मेरा वीडियो बनाया। मेरे साथ 4 और लड़के पकड़े थे जिसमें एक का नाम सागर था।
बाकी के नाम मुझे पता नहीं। सागर ने बताया कि उसे भी मारा गया। योगेश ने कहा कि उनलोगों ने मुझे डराया और कहा कि हमने सागर को मार दिया। अब तुझे छूटना है कि नहीं? योगेश का कहना है कि उन्होंने कहा कि जो हम कहेंगे, उसे तुझे प्रेस के आगे बोलना है।
वहां एक झूठी कहानी बनाई गई जो मैंने मीडिया के आगे बताई। उनसे छूटने के लिए मैंने ये सब कहा और पुलिस के सामने जाते ही मैंने सब सच-सच पुलिस को बता दिया।
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पहले योगेश ने दिया था ऐसा बयान
इससे पहले योगेश ने अपने बयान में साफ-साफ कहा था कि किसान नेताओं की हत्या करने का निर्देश उसे सोनीपत के राई थाने के एसएचओ प्रदीप ने दिए थे, लेकिन राई थाने पर प्रदीप नाम से कोई शख्स ही नहीं है।
दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने इस संदिग्ध युवक को पकड़ा था। इस संदिग्ध युवक ने कबूल किया था कि वह 26 जनवरी के दिन चार किसान नेताओं की हत्या करने के मकसद से वहां पहुंचा था।
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