नई दिल्ली। Federal Bureau of Investigation यानी एफबीआई ने 'हीरोइन ऑफ हाईजैक' नीरजा भनोट के चार कातिलों की तस्वीरें रिलीज की हैं। एयरहोस्टेस ने अपनी जान पर खेलकर हाईजैकर्स मोहम्मद हाफिज अल टर्की, जमाल सईद अब्दुल रहीम, मोहम्मद अब्दुल्ला खलिल हुसैन अर्याल और मोहम्मद अहमद अल मुन्नव्वर से 360 यात्रियों की जान बचाई थी।
इन हाईजैकर्स ने साल 1986 में पैन एम फ्लाइट 73 को हाईजैक किया था। इस दौरान नीरजा ने साहस दिखाते हुए यात्रियों की जान बचायी थी लेकिन यात्रियों को बचाते हुए वो हाईजैकर्स की गोलियों का निशाना बन गई। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो साल 2000 में एफबीआई ने एज-प्रोग्रेसन टेक्नोलॉजी के जरिये लैब में इन तस्वीरों को तैयार किया था। एफबीआई ने अब इन तस्वीरों को जारी किया है।
बता दें, 5 सितंबर 1986 को पैन एम फ्लाइट मुंबई से अमेरिका जा रही थी। इस दौरान कराची पहुंचते ही हाईजैकर्स ने फ्लाइट को हाईजैक कर लिया। इस हादसे ने अमेरिका, पाकिस्तान और भारत की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया था। फ्लाइट हाईजैक करने के बाद आतंकवादी फ्लाइट को इजरायल में ले जाकर क्रैश करना चाहते थे।
यही नहीं, एयरक्राफ्ट में घुसते ही उन्होंने नीरजा से फ्लाइट में मौजूद सभी यात्रियों के पासपोर्ट कलेक्ट करें, ताकि वो यात्रियों के बारे में पता कर सके। वहीं, तीनों देशों की सुरक्षा व्यवस्था इसलिए कटघरे में खड़ी हो गई क्योंकि आतंकी सिक्योरिटी की ड्रेस में एयरक्राफ्ट के अंदर घुसे थे। जब नीरजा 3 बच्चों को फ्लाइट के इमरजेंसी दरवाजे से बाहर निकाल रही थीं, तब आतंकियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया।
ऐसे में यात्री तो बच गए लेकिन नीरजा को इस हादसे के दौरान अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया लेकिन नीरजा द्वारा उठाया गया ये कदम बेकार नहीं गया। उनकी शहादत पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान और अमेरिका भी रोया। जहां भारत में उन्हें अशोक चक्र से नवाजा गया, वहीं, पाकिस्तान ने भी नीरजा को 'तमगा-ए-इंसानियत' का सम्मान दिया।