फिल्म विवाद: जानिए क्यों विवादों में है 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर'
फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर संजय बारू की किताब द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर आधारित है। खबरों की मानें तो जिस समय संजय बारू ने यह किताब रिलीज की थी उस समय भी उन्हें और उनकी किताब को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। विपक्षी पार्टियों ने इस किताब को काफी तूल दिया था।
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ऊपर बनी फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। जहां कांग्रेस और मनमोहन सिंह इस मामले पर चुप्पी साझे हुए हैं। वहीं भाजपा फिल्म को अपना पूरा समर्थन दे रही है। इसके लिए भाजपा ने फिल्म के ट्रेलर को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।
विवादों के बीच कांग्रेस शासित राज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी है, तो आइये जानते हैं आखिर इस फिल्म को लेकर इतना विवाद क्यों?
मनमोहन को रिमोट कंट्रोल वाला पीएम बताने पर विवाद
मालूम हो कि डॉक्टर मनमोहन सिंह यूपीए 1 और 2 में प्रधानमंत्री रहे थे। उन्होंने साल 2004 से लेकर 2014 तक देश की कमान संभाली थी। इस दौरान कई विपक्षी पार्टियों ने उन्हें रिमोट कंट्रोल वाला प्रधानमंत्री भी बताया था। मनमोहन सिंह पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने मुताबिक काम करने के आरोप लगे थे। ऐसे में विपक्षी पार्टियां इस फिल्म को लेकर उत्साहित हैं।
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शुरू से विवादों में रही संजय बारू की किताब
फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर संजय बारू की किताब द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर आधारित है। खबरों की मानें तो जिस समय संजय बारू ने यह किताब रिलीज की थी उस समय भी उन्हें और उनकी किताब को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। विपक्षी पार्टियों ने इस किताब को काफी तूल दिया था।
सोनिया गांधी की छवि को गलत तरीके से पेश करने का आरोप
फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' का ट्रेलर देखकर कहा जा सकता है कि इसमें सोनिया गांधी की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है, जो कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को पसंद नहीं आ रहा है। इसको लेकर भी कांग्रेस परेशान नजर आ रही है। वहीं विपक्षी पार्टियों को आने वाले लोक सभा चुनाव से पहले बड़ा मुद्दा हाथ लग सकता है।
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गलत तरीके से दिखाई गईं चीजों को हटाने की मांग
यूथ कांग्रेस महाराष्ट्र ने विरोध दर्ज करते हुए फिल्म निर्माताओं से मांग की है कि फिल्म को रिलीज से पहले उन्हें दिखाया जाए और तथ्यों को गलत तरीके से दिखाई गईं चीजों को हटाया जाए। बता दें कि यूथ कांग्रेस महाराष्ट्र का आरोप है कि मेकर्स ने फिल्म में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है।
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'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस में एक राय नहीं है। उपाध्यक्ष सैयद जफर का बयान है कि वह इस तरह की फिल्मों के प्रदर्शन के पक्ष में नहीं है। उनके अनुसार, इसमें मनमोहन सिंह के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, लिहाजा कांग्रेस फिल्म का प्रसारण नहीं होने देगी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा का कहना है कि भाजपा द्वारा प्रायोजित ऐसी घटिया फिल्मों पर न तो हमने प्रतिबंध की बात की है, और न ही प्रतिबंध लगाकर उसे प्रचार दिलाना चाहते हैं।
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