Delhi: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण AIIMS में भर्ती, पेट में इंफेक्शन के बाद ले जाया गया अस्पताल
Delhi News: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को दिल्ली एम्स में भर्ती हुई हैं। सीतारमण को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के प्राइवेट वार्ड में रखा गया है।
Delhi News: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार (26 दिसंबर) को दिल्ली एम्स में भर्ती हुई हैं। जानकारी के अनुसार, सीतारमण को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। 63 वर्षीय सीतारमण को दोपहर 12 बजे के करीब अस्पताल ले जाया गया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, निर्मला सीतारमण को नियमित जांच (Routine Check UP) और पेट में मामूली संक्रमण की वजह से एम्स में भर्ती किया गया है। जल्द ही उन्हें छुट्टी मिलने की संभावना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 25 दिसंबर को स्वस्थ नजर आई थीं। रविवार को वित्त मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 98वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। उन्होंने 'सदैव अटल' में पुष्पांजलि अर्पित की थी। तब वो स्वस्थ नजर आ रही थीं।
सीतारमण- कोविड से निपटने के लिए हम तैयार
एक दिन पहले ही, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अपनी सरकार का पक्ष रखा था। उन्होंने भरोसा जताया कि अगर देश में कोविड के मामले बढ़ते हैं इससे निपटने में हम सक्षम हैं। निर्मला सीतारमण ने चेन्नई में 'तमिलनाडु के डॉ. एमजीआर चिकित्सा विश्वविद्यालय' के 35 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में ये बातें कही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, देश कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क है। उन्होंने कहा, कोविड से निपटने के लिए हम बेहतर स्थिति में हैं। वित्त मंत्री ने भारत को 'दुनिया की फार्मेसी' बताया। क्योंकि, भारत वैश्विक स्तर पर सबसे सस्ती दवा का उत्पादन करता है।
'भारत जेनरिक दवाओं की मांग पूरा करने में अग्रणी'
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, 'भारत दुनियाभर की जेनरिक दवाओं की मांग पूरा करने में अग्रणी है। अफ्रीका में जेनेरिक दवाओं (Generic Drugs) की कुल मांग का करीब 50 प्रतिशत, अमेरिका की जेनेरिक दवाओं का 40 फीसद तथा ब्रिटेन की दवाओं में 25 फीसदी की आपूर्ति करता है। इसके अतिरिक्त, सीतारमण बोलीं भारत आवश्यक टीकाकरण योजनाओं के लिए करीब 60 फीसद वैश्विक टीकों तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के जरूरी टीकाकरण योजनाओं के लिए 70 प्रतिशत टीकों का उत्पादन करता है।
तमिलनाडु में चिकित्सा शिक्षा तमिल भाषा में हो
इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा था कि, तमिलनाडु में चिकित्सा शिक्षा तमिल भाषा में पढ़ाई जानी चाहिए। वो बोलीं, चिकित्सा शिक्षा को निश्चित रूप से मजबूत करने की जरूरत है। यदि मेडिकल सहित अन्य संबंधित विषयों को तमिल में पढ़ाया जाए, तो स्टूडेंट्स के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये भी स्पष्ट किया कि वह अंग्रेजी भाषा के खिलाफ कतई नहीं हैं।