मिसामारी बेस पर बन रहा हेलीकॉप्टर 'प्रचंड' का पहला स्क्वाड्रन, चीन पर रहेगी पैनी नज़र

Light Combat Helicopter: इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह हेलीकॉप्टर बहुत हल्का और शक्तिशाली है। यह किसी भी अन्य हेलीकॉप्टर की तुलना में तेज गति से दुश्मन पर हमला करता है। एलसीएच प्रचंड अरुणाचल प्रदेश की संकरी घाटियों में भी आराम से उड़ान भरने में सक्षम है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2022-11-05 16:38 IST

प्रचंड हेलीकॉप्टर (Pic: Social Media)

Light Combat Helicopter: असम में मिसामारी एयर बेस पर भारत के स्वदेशी हेलीकॉप्टर प्रचंड का पहला स्क्वाड्रन बनाया जा रहा है। यहां से इस शक्तिशाली हेलीकॉप्टर को मिनटों में एलएसी पर तैनात किया जा सकता है। भारतीय सेना इसी महीने भारत के पहले स्वदेशी हेलीकॉप्टर एलसीएच की पहली स्क्वाड्रन यहां तैनात करेगी। एलएसी (Line of Actual Control) में शक्तिशाली हेलीकॉप्टरों की तैनाती से भारतीय सेना की ताकत और बढ़ेगी।

प्रचंड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बहुत हल्का और शक्तिशाली है। यह किसी भी अन्य हेलीकॉप्टर की तुलना में तेज गति से दुश्मन पर हमला करता है। एलसीएच प्रचंड अरुणाचल प्रदेश की संकरी घाटियों में भी आराम से उड़ान भरने में सक्षम है।

एलएसी में भारत और चीन के बीच बढ़ती झड़पों के बीच भारतीय सेना अरुणाचल प्रदेश में अपनी पहली एविएशन ब्रिगेड को अपग्रेड कर रही है। यदि एलसीएच को भारी मात्रा में तैनात किया जाता है, तो भारतीय सेना के पास उत्तर-पूर्वी सीमा पर अधिक ताकत होगी। भारतीय सेना की इस एविएशन ब्रिगेड के पास LCH हेलिकॉप्टर रुद्र, मानव रहित हवाई वाहन और कई तरह की हाई सर्विलांस मशीनें हैं। अब प्रचंड की तैनाती से इस स्थान पर भारतीय सेना को और मजबूती मिलेगी।

दीक्षांत समारोह में मौजूद रहेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 15 नवंबर को असम के मिसामारी में औपचारिक रूप से एलसीएच प्रचंड को भारतीय सेना में शामिल करेंगे। इससे पहले 3 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोधपुर में प्रचंड को भारतीय वायु सेना में शामिल किया था और इस मौके पर उन्होंने खुद प्रचंड में उड़ान भरी थी। भारतीय वायुसेना को 10 एलसीएच हेलीकॉप्टर सौंपे गए हैं।

दुनिया के सबसे घातक अटैक हेलीकॉप्टर LCH की विशेषताएं

लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे अच्छे हेलीकॉप्टरों में से एक है क्योंकि यह आसानी से 21000 फीट तक की ऊंचाई पर काम कर सकते हैं। एलसीएच की गति 268 किमी प्रति घंटा है, जबकि इसकी सीमा 550 किमी से अधिक है। एलसीएच एक बार में 3 घंटे से ज्यादा समय तक उड़ान भर सकता है। 20 मिमी तोप के अलावा, 70 मिमी रॉकेट लांचर, बम और रॉकेट भी आक्रामक अभियानों के लिए एकीकृत किए जा सकते हैं। एलसीएच में लगे अत्याधुनिक सेंसर दूर से ही दुश्मन की किसी भी गतिविधि का अलर्ट देते हैं। भारतीय सेना के पहले स्क्वाड्रन में शामिल होने वाला यह अटैक हेलीकॉप्टर चीन और पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तैनाती को और मजबूत करेगा।    

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