PM मोदी की कोशिशें रंग लाई, भारत को यूरोप से जोड़ने वाले रेल प्रोजेक्ट पर होगा समझौता, US-UAE भी होंगे शामिल
Major Rail Port Deal: अमेरिका, सऊदी अरब सहित अन्य देश मिडिल ईस्ट को भारत और यूरोप से जोड़ने के लिए एक प्रमुख रेलवे और बंदरगाह परियोजना के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इसमें अपार संभावनाएं। साथ ही चीन पर नकेल की भी तैयारी है।
Major Rail Port Deal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारत की G20 समूह की अध्यक्षता के वक्त जो भी कोशिशें की, उसका नतीजा अब नजर आने लगा है। अमेरिका (USA), सऊदी अरब (Saudi Arab) सहित अन्य देश मध्य पूर्व इलाके (Middle East) को भारत और यूरोप से जोड़ने के लिए एक प्रमुख रेलवे और बंदरगाह परियोजना के निर्माण के लिए जी-20 समिट में एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
अमेरिकी अधिकारियों ने शनिवार (09 सितंबर) को इस संबंध में जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर (John Finer) ने कहा कि, 'एक शिपिंग और रेल परियोजना की संभावना का पता लगाने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया जाएगा। ये भारत से मध्य पूर्व के रास्ते यूरोप तक व्यापार, ऊर्जा और डेटा के प्रवाह को सक्षम करेगा।'
ये होंगे इस परियोजना के प्रमुख हिस्सेदार
अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने दिल्ली में मीडिया को इस बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, 'सऊदी अरब और भारत के साथ-साथ इस परियोजना में प्रमुख हिस्सेदारों में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और यूरोपीय संघ (EU) शामिल होंगे। ये समझौता वाशिंगटन के सऊदी अरब के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने और उसे इजराइल (Israel) के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ आया है। जॉन फाइनर ने आगे कहा, 'यह द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय समझौता महीनों की सावधानीपूर्वक शांत कूटनीतिक कोशिशों का नतीजा है।' फाइनर ने ये भी कहा, 'इस परियोजना में अपार संभावनाएं हैं। मगर, इसमें कितना समय लगेगा, ये कहा नहीं जा सकता।'
ये हो सकता है सबसे ठोस नतीजा
उल्लेखनीय है कि, इस परियोजना पर चर्चा के लिए समझौता G20 समिट के सबसे ठोस नतीजों में से एक हो सकता है। क्योंकि, जी-20 देशों के नेता यूक्रेन में रूस के हमले (Russian attacks in Ukraine) के मुद्दे पर बंटे हुए हैं। कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) में कटौती के लिए एक समझौता तय होने पर गतिरोध की हालत है।
US का चीन के G20 में नहीं आने की तरफ इशारा
जॉन फाइनर ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'जबकि हम सभी ने पढ़ा है। शायद आप सभी ने इस बारे में कई सारे विश्लेषण लिखे हैं कि G20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में कौन आया है, या नहीं आया? ऐसा क्यों या क्यों नहीं भी हो सकता है। उनका इशारा चीन की तरफ था। फाइनर बोले, अमेरिका इस तथ्य पर फोकस कर रहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन यहां हैं और वास्तविक नतीजे हासिल करने के लिए अन्य जी-20 देशों तथा साझेदारों के साथ काम कर रहे हैं।'