महंगा हुआ प्याज! बेस्वाद हुई आपकी होली, अब 1kg के देने होंगे इतने

रंगों का त्यौहार होली आने ही वाला है और सब लोग अपने-अपने घरों में तैयारी शुरू कर दी है। त्यौहार हो और अच्छा खाना न बने तो ऐसा हो नहीं सकता है। खाना बने और प्याज़ का इस्तेमाल न हो ये हो नहीं सकता है। हर चीज में प्याज की ज़रुरत होती है।

Update: 2020-03-03 09:35 GMT

नई दिल्ली: रंगों का त्यौहार होली आने ही वाला है और सब लोग अपने-अपने घरों में तैयारी शुरू कर दी है। त्यौहार हो और अच्छा खाना न बने तो ऐसा हो नहीं सकता है। खाना बने और प्याज़ का इस्तेमाल न हो ये हो नहीं सकता है। हर चीज में प्याज की ज़रुरत होती है। लेकिन आम आदमी के लिए बुरी खबर आ रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक हटाने का निर्णय किया है।

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प्याज़ की कीमतों में सुधार और आपूर्ति बेहतर होने के साथ सरकार ने कहा कि 15 मार्च से प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर कोई रोक नहीं होगी। इसके निर्यात पर करीब 06 महीने से पाबंदी है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) भी हटाने का फैसला किया है। DGFT ने एक अधिसूचना में कहा, 'प्याज की सभी किस्मों का निर्यात 15 मार्च से मुक्त होगा। इसमें साख पत्र या न्यूनतम निर्यात मूल्य जैसी कोई शर्तें नहीं होंगी।'

महाराष्ट्र के नासिक जिले के कई हिस्सों में प्याज के घटते दाम को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं। अधिकारियों के मुताबिक सोमवार को लासलगांव में प्याज का औसत मूल्य 1,450 रुपये प्रति क्विंटल रहा। लासलगांव देश का सबसे बड़ा प्याज बाजार है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस निर्णय से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।

छह महीने से प्याज के निर्यात पर थी पाबंदी

सरकार ने पिछले सप्ताह करीब 06 महीने से प्याज के निर्यात पर जारी पाबंदी को हटाने का निर्णय किया। इसकी वजह से रबी फसल अच्छी रहने से कीमतों में बड़ी गिरावट का अंदाजा लगाया जा रहा है। सब्जी की कीमतों में तीव्र वृद्धि को देखते हुए निर्यात पर पाबंदी लगायी गई थी। अब प्याज का दाम सही हो गया है और फसल भी अच्छी होने की उम्मीद है।

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इन वजहों से बढ़े थे प्याज के दाम

देश में भारी बारिश तथा महाराष्ट्र के साथ-साथ खास उत्पादक राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण खरीफ मौसम में प्याज में कमी हो गई थी। फिलहाल रबी फसल की आवक शुरू हो गई है और मार्च के बीच से इसमें तेजी आने की उम्मीद है। प्याज के निर्यात से घरेलू कीमतों में तीव्र गिरावट को थामने में मदद मिलेगी।

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