NTA: पेपर लीक विवाद के बीच सरकार ने NTA के DG को हटाया, प्रदीप सिंह खरोला नए महानिदेशक

NTA: उनकी जगह आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया डायरेक्टर जनरल (DG) बनाया गया है।

Report :  Network
Update: 2024-06-22 16:26 GMT

NTA (Pic:Social Media)

NTA: पेपर लीक विवाद के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ा फेरबदल किया। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध कुमार को पद से हटा दिया गया हे। उनकी जगह आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया डायरेक्टर जनरल (DG) बनाया गया है। 

पेपर लीक विवाद के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकर ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध कुमार को पद से हटा दिया है उनकी जगह अब रिटायर्ड IASप्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का नया डायरेक्टर जनरल बनाया गया है। खरोला कर्नाटक कैडर के आईएएस रहे हैं। हाल के NEET UG 24 पेपर लीक और UGC NEG की परीक्षाओं के पेपर लीक मामले को लेकर NTA पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। अब केंद्र सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पेपर लीक को लेकर जहां छात्र सड़कों पर उतार आए हैं, एनटीए और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध जता रहे हैं। वहीं विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है।

NTA का मॉडल बार-बार फेल हो रहा है

एनटीए का गठन इसलिए किया गया था ताकि प्रवेश परीक्षाओं को दोषमुक्त किया जा सके, लेकिन एनटीए का मॉडल बार-बार फेल हो रहा है। 21 जून (शुक्रवार) की रात CSIR UGC NET की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। ये परीक्षा 25 से 27 जून के बीच होनी थी। परीक्षा आगे बढ़ाने की वजह संसाधनों की कमी बताई गई है, लेकिन इसने NTA को लेकर छात्रों की आशंका को बढ़ाने का ही काम किया है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, असम, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर... ये देश के वो 15 राज्य हैं जहां पिछले 5 साल में 41 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हुए। सभी बड़े राज्यों के करोड़ों छात्र इससे पीड़ित हैं। नीट की परीक्षा में गड़बड़ी के बाद से पूरे देश में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हें वहीं विपक्ष भी सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। 

कैसे अस्तित्व में आया NTA?

2017 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए एकल, स्वायत्त और स्वतंत्र एजेंसी का गठन करने की घोषणा की गई। प्रवेश परीक्षाओं को दोषमुक्त रखने के उद्देश्य से सरकार की तरफ से NTA की स्थापना की बात कही गई और 1 मार्च 2018 को NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) अस्तित्व में आ गया। उसके बाद से NTA लगातार प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित कराता रहा, लेकिन पिछले कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर NTA अब छात्रों और विपक्ष के निशाने पर आ गया है। 

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