चीनी कंपनी पर एक्शन: मिली भारतीय मजदूरों हटाने की सजा, सरकार ने दिए ये आदेश
भारत और चीन का तनाव बढ़ने के बाद चीनी कम्पनी से भारतीय मजदूरों को काम से निकालना शुरू कर दिया। इसके लिए कोरोना संक्रमण फैलने का बहाना बनाया ।
नई दिल्ली: भारत और चीन का विवाद अब सैनिक और सीमा तक सीमित नहीं रहा। एक ओर भारत में लोग चीनी सामान के बहिष्कार की बात कर रहे हैं तो वहीं भारत में काम कर रही एक चीनी कम्पनी पर भारतीय मजदूरों को काम से निकालने का आरोप लगा है। हालंकि सरकार ने चीनी कंपनी के इस रवैये पर एक्शन लेते हुए कम्पनी का काम बंद करने के आदेश दे दिए हैं।
MOIL के लिए काम कर रही चीनी कम्पनी 'चाइना कोल 3'
दरअसल, केंद्र सरकार की कम्पनी मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड (MOIL) की बालाघाट खदान में एक चीनी कम्पनी काम करा रही थी। चाइना कोल 3 नाम की ये कम्पनी MOIL में ढाई सौ करोड़ रुपये की लागत से अंडरग्राउंड शॉफ्ट के निर्माण के कार्य में लगी हुई थी।
चीनी कम्पनी ने भारतीय मजदूरों को काम से निकालाः
हालाँकि भारत और चीन का तनाव बढ़ने के बाद कम्पनी से भारतीय मजदूरों को काम से निकालना शुरू कर दिया। कम्पनी ने मजदूरों को हटाए जाने को लेकर कोरोना संक्रमण फैलने का बहाना बना कर काम पर न आने को कहा। लेकिन मजदूरों ने कंपनी के इस रवैये पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। मजदूरों ने आरोप लगाया कि भारतीय होने के चलते उन्हें कम्पनी से निकाल दिया गया।
ये भी पढ़ेंः सोने-चांदी में भारी गिरावट, इतने भाव पर बिक रहे, जानिए नए Price
MOlL ने बंद करा दिया चीनी कम्पनी का काम
मामले की जानकारी सरकार तक पहुंची तो कड़ा एक्शन लेते हुए मोदी सरकार ने करोड़ों के प्रोजेक्ट में इस कम्पनी के काम को ही रुकवा दिया। वहीं सरकार के निर्देश पर विभाग की ओर से जारी नोटिस में कम्पनी को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि कम्पनी जब तक भारतीय मजदूरों को काम पर वापस नहीं लेगी, तब तक भारत वह कंपनी काम नहीं कर पाएगी। ऐसे में आगे उन्हें भारत में रहकर भारत के प्रोजेक्ट्स में काम करना है तो भारतीय मजदूरों को काम पर वापस लेना होगा।
चीनी कम्पनी को मिला था ढाई सौ करोड़ रुपये का ठेका
बता दें कि भारत की मिनी रत्न कम्पनी मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड (MOIL) की भरवेली खदान में चाइना कोल 3 नामक कंपनी के लिए के मार्च 2019 से मजदूर काम कर रहे थे। कम्पनी को खदान के अंडरग्राउंड में एक नई शॉफ्ट निर्माण करने का ढाई सौ करोड़ रुपये का ठेका मिला था।
ये भी पढ़ेंः पांचवीं मंजिल से कूद गई मांः पति की मौत के बाद बेटे को तड़पता नहीं देख पाई
कोरोना का बहाना बता कर काम से निकाला, चीनी मजदूरों पर असर नहीं
वहीं लॉकडाउन लगने के बाद कम्पनी का काम बंद हो गया था। हाल ही में 10 दिन पहले कम्पनी ने दोबारा काम शुरू किया लेकिन इसी बीच चीन से सीमा विवाद पहले से काम पर लगे भारतीय मजदूरों को काम पर नहीं लिया। बताया जा रहा है कि चीनी कम्पनी के लिए खदान में 62 भारतीय मजदूर निर्माण कार्य कर रहे थे। हालाँकि 40 से ज्यादा चीनी श्रमिकों की स्थिति पहले की तरह बनी हुई है और उनका रोजगार प्रभावित नहीं हुआ।
निर्देश- मजदूरों को वापस ले चीनी कम्पनी, वरना भारत में नहीं कर सकेंगे काम
कम्पनी से निकाले जाने को लेकर मजदूरों ने आवाज भी उठाई। वहीं सरकारी कंपनी प्रबंधन ने भी मजदूरों को दोबारा काम पर लेने की सलाह दी लेकिन चीनी कम्पनी भारतीयों के साथ काम करने को तैयार नहीं थी। ऐसे में मॉयल प्रबंधन ने चीनी कंपनी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उसे काम बंद करने का आदेश दे दिया।
ये भी पढ़ेंः चीन का बहिष्कार सही या गलत, ये रिपोर्ट उड़ा देगी आपके होश
चीनी कम्पनी का टेंडर रद्द करने की माग
नाराज लोगों की मांग है कि चीनी कम्पनी का टेंडर पर रद्द कर दिया जाए। कम्पनी से निकाले गए एक मजदूर ने बताया कि बना नोटिस हमे हटा दिया गया। काम के दौरान भी हमारे साथ उनका रवैया अच्छा नहीं होता था। भारतीय मजदरों से लोग ' गो मोदी ' के ताने देते थे।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें