हरियाणा में BJP ने टिकट देने के लिए निकाला ये फार्मूला

कांग्रेस भाजपा पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है जो दूसरे कार्यकाल के लिए मैदान में है। कांग्रेस हालांकि दो गुटों-पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व अशोक तंवर के बीच बंटी हुई दिखाई दे है। लेकिन अब देखना है क्या चुनाव परिणाम किसके हक में होता है लेकिन लड़ाई तो जोरदार होनी है।

Update:2023-05-31 20:06 IST

हरियाणा: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश विधानसभा चुनावों में पंजाब की अपनी सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल को 2 सीटें देने पर विचार कर रही है। वहीं अब खबर है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के मौजूदा सांसदों के परिवार में से किसी को भी टिकट नहीं दिया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार पार्टी हाईकमान ने प्रदेश बीजेपी को किसी भी सांसद के परिवार के व्यक्ति का नाम आगे ना भेजने की बात कही है।

ये भी पढ़ें... Pakistani Minister Fawad Choudhary ने PM Narendra Modi को ये क्या बोल दिया

बता दें कि मौजूदा विधायक होने के कारण केवल हिसार सांसद बिजेंदर सिंह की माता जी प्रेमलता सिंह का नाम लिस्ट में भेजा गया है। प्रेमलता सिंह हिसार के ऊंचाणा विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक हैं, साल 2014 में उन्होंने पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला को हराया था।

अकाली दल को 2 सीटें देने पर विचार कर रही है BJP

सूत्रों की मानें तो हरियाणा में बीजेपी प्रदेश विधानसभा चुनावों में पंजाब की अपनी सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल को 2 सीटें देने पर विचार कर रही है, बाकि 88 सीटों पर बीजेपी अपने प्रत्याशी उतारेगी।

ये भी पढ़ें... 2 लाख लगाकर शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने ऐसे करे लाखों की कमाई

ऐसी भी खबर है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) अगले 2-3 दिन में प्रत्याशियों के टिकट फाइनल कर देगी। वहीं अब पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर लगातार चर्चाओं का दौर जारी है, देर रात तक मंथन हुआ। नवरात्र में पार्टी टिकट का ऐलान कर सकती है। राज्य में चुनाव 21 अक्टूबर को होना है।

बात करें कांग्रेस की तो कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव का टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों के लिए 10 बिंदुओं के मानक जारी किए हैं। मानकों के अनुसार, जो खादी पहनते हों, शराब नहीं पीते हों, गांधीवादी जीवन पद्धति का पालने करते हों, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों में विश्वास करते हों या जाति, धर्म या पंथ के आधार पर निजी या सार्वजनिक जीवन में भेदभाव नहीं करते हों, वे ही उम्मीदवार हो सकते हैं। कांग्रेस द्वारा जारी किए गए आवेदन फॉर्म के अनुसार, उम्मीदवारों को एक वचनपत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि वे किसी सार्वजनिक मंच पर पार्टी लाइन व नीतियों के खिलाफ नहीं जाएंगे।

ऐसी है कांग्रेस की स्थिति

ये भी पढ़ें... आर्थिक भगोड़ा घोषित होगा जाकिर नाइक, ED ने मुंबई कोर्ट में दी याचिका

कांग्रेस भाजपा पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है जो दूसरे कार्यकाल के लिए मैदान में है। कांग्रेस हालांकि दो गुटों-पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व अशोक तंवर के बीच बंटी हुई दिखाई दे है। लेकिन अब देखना है क्या चुनाव परिणाम किसके हक में होता है लेकिन लड़ाई तो जोरदार होनी है।

Tags:    

Similar News