Haryana Nuh Violence: हिंसा के बाद हरियाणा में तनावपूर्ण शांति, इंटरनेट सेवा बंद, आइये जाने यहां हालात क्या हैं ?
Haryana Nuh Violence Update: हिंसा का एपिसेंटर रहे नूंह में कर्फ्यू लगा हुआ है। बुधवार को इसमें दो घंटे की ढील दी गई थी। प्रशासन आज भी हालात का अवलोकन कर कुछ समय के लिए कर्फ्यू में ढील दे सकता है।
Nuh Violence Update: हरियाणा के नूंह में सोमवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा का आज यानी गुरूवार 3 अगस्त को चौथा दिन है। नूंह समेत आसपास के अन्य जिलों में हिंसा पर काबू जरूर पा लिया गया है, लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है। राज्य के 9 जिलों में धारा 144 लगी हुई है। वहीं, हिंसा का एपिसेंटर रहे नूंह में कर्फ्यू लगा हुआ है। बुधवार को इसमें दो घंटे की ढील दी गई थी। प्रशासन आज भी हालात का अवलोकन कर कुछ समय के लिए कर्फ्यू में ढील दे सकता है।
हरियाणा में पुलिस ने दंगाईयों की धरपकड़ तेज कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से उपद्रवी भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त कर रही है। हालात पर काबू पाने के लिए पहले दिन ही राज्य की मांग पर सेंटर से पैरामिलिट्री फोर्स भेज दिए गए थे। मिली जानकारी के मुताबिक, पैरामिलिट्री फोर्स की नूंह में 14 कंपनियां तैनात है। इसके अलावा 3 कंपनियां पलवल, 2 गुरूग्राम और 1 फरीदाबाद में तैनात की गई है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में राज्य पुलिस की 30 कंपनियां भी तैनात है।
4 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद
बुधवार को भी हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से छिटपुट हिंसा की खबरें आती रही। साइबर सिटी गुरूग्राम के भी कुछ इलाकों में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस का कहना है कि छोटे-छोटे ग्रुप हिंसा फैलाने का काम कर रहे है। गुरूग्राम में खासकर प्रवासी मुस्लिमों को निशाना बनाने की कोशिश का जा रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 4 संवेदनशील जिलों में इंटरनेट को 5 अगस्त की आधी रात तक के लिए बंद कर दिया गया है। इनमें नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरूग्राम का मानेसर, पटोदी व सोहना इलाका शामिल है।
हिंसा में 6 लोगों की गई जान
नूंह से उठे सांप्रदायिक हिंसा की आग में कई जिंदगियां हमेशा के लिए जल गईं। अब तक छह लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। जिनमें दो होमगार्ड गुरसेवक और नीरज भी शामिल है। अन्य मृतकों में नूंह के भादस गांव का शक्ति, पानीपत का अभिषेक, बादशाहपुर के प्रदीप शर्मा और गुरूग्राम के इमाम शामिल हैं। मृतकों में अधिकांश हिंदू समुदाय के लोग शामिल हैं। जिसे लेकर हिंदूवादी संगठन भड़के हुए हैं। बुधवार को इसी के विरोध में उनके तरफ से दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रैली निकाली गई थी।
यूपी की तर्ज पर हरियाणा सरकार लेगी एक्शन
हरियाणा में दो दिनों तक हिंसा का जबरदस्त तांडव देखने को मिला। पुलिस-प्रशासन दंगाइयों और उपद्रवियों के सामने बिल्कुल लाचार दिखी। उपद्रवियों ने पुलिस स्टेशन तक को नहीं बख्शा। इस हिंसा में करोड़ों की संपत्ति एक झटके में स्वाहा हो गई। अब हरियाणा सरकार इस नुकसान की भरपाई दंगाइयों से यूपी स्टाइल में करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ कर दिया है कि जिन लोगों ने नुकसान किया है, उनकी शिनाख्त की जा रही है, उन्हीं से भरपाई कराई जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट में 4 अगस्त को सुनवाई
हरियाणा हिंसा मामले को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत में कल यानी 2 अगस्त को याचिका दाखिल की गई थी। जिसमें हिंदूवादी संगठनों की रैलियों पर रोक लगाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस मांग को मानने से इनकार करते हुए राज्य सरकार को ये सुनिश्चित करने को कहा कि इस दौरान वे किसी भी प्रकार की हिंसा और हेटस्पीच न होने दें। इस मामले पर अगली सुनवाई कल यानी शुक्रवार 4 अगस्त को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार के साथ यूपी और दिल्ली सरकार को भी नोटिस जारी किया है।