कोरोना हो चुका है तो भी जरूर लें वैक्सीन, संक्रमण अवस्था में नहीं लगेगा टीका
कोरोनावायरस टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच कई तरह की भ्रांतियां जन्म ले चुकी हैं जैसे कोरोना से एक बार संक्रमित हो चुके लोगों को टीका लेने की आवश्यकता नहीं है लेकिन यह पूरा सच नहीं है।
लखनऊ: कोरोनावायरस टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच कई तरह की भ्रांतियां जन्म ले चुकी हैं जैसे कोरोना से एक बार संक्रमित हो चुके लोगों को टीका लेने की आवश्यकता नहीं है लेकिन यह पूरा सच नहीं है। बुधवार को राजधानी लखनऊ में कोरोना टीका करण अभियान से जुड़े विशेषज्ञों ने एक कार्यक्रम में बताया कि जिन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित कर चुका है उन्हें भी अनिवार्य तौर पर टीकाकरण कराना चाहिए। कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को फिलहाल टीकाकरण से बचना होगा उन्हें यह टीका कब लेना चाहिए जब कोरोना संक्रमण मुक्त होने के बाद उनका क्वॉरेंटाइन समय पूरा हो चुका हो।
जागरूकता व संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च की ओर से राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक जागरूकता व संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ अजय भाई ने बताया कि कोरोना की का करण को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां देखने को मिल रही हैं लोग तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं ऐसे सवालों का एक जवाब तैयार कराया गया है जो टीकाकरण स्थल पर लोगों को मुहैया कराया जाएगा।
टीका सभी नागरिकों को लगवाना चाहिए
उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं। कोरोना का टीका सभी नागरिकों को लगवाना चाहिए जिससे रोग प्रतिरोधक तंत्र विकसित किया जा सके उन्होंने कहा कि कई लोगों को यह भ्रम हो गया है कि जिन लोगों को करो ना हो चुका है उन्हें टीका लगवाने की आवश्यकता नहीं है। यह पूरी तरह से गलत है इससे कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके लोगों के दोबारा संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बना रहेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना टीका लेना सभी के लिए अनिवार्य नहीं है लेकिन अगर सभी लोग यह टीका लगाएंगे तो किसी को भी यह बीमारी होने का खतरा बरकरार नहीं रहेगा।
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वैक्सीन का कई स्तर पर परीक्षण
उन्होंने बताया कि कोरोना की वैक्सीन का कई स्तर पर परीक्षण किया गया है और किसी वैक्सीन को अच्छा या खराब बताना उचित नहीं है क्योंकि भारत सरकार ने जिन वैक्सीन को अनुमति दी है वह सभी परीक्षा के दौर से गुजर चुकी हैं। कोरोना टीका लगने के बाद लोगों से कहा गया है कि वह टीकाकरण स्थल पर ही कम से कम आधा घंटा मौजूद रहेंगे जिससे अगर कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसे तुरंत ठीक किया जा सके। केजीएमयू के डॉक्टर सूर्यकांत ने कोरोना टीकाकरण को लेकर अन्य भ्रामक तथ्यों की आलोचना की और कहा कि सभी लोगों को अपना पंजीकरण करवा कर यह टीका जरूर लगवाना चाहिए। इस मौके पर एसजीपीजीआई की बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर डॉ पीयाली भट्टाचार्य ने बताया कि कोरोना महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है अभी खतरा बरकरार है इसलिए लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अखिलेश तिवारी
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