खुल गया दरगाह: आसान नहीं निजामुद्दीन में जाना, अब कदम रखना होगा संभालकर

निजामुद्दीन दरगाह में किसी को भी बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी। इसके अलावा दरगाह में किसी तरह का बैग या सामान भी नहीं ले जाने की इजाजत होगी।;

facebooktwitter-grey
Update:2020-09-06 10:06 IST
खुल गया दरगाह: आसान नहीं निजामुद्दीन में जाना, अब कदम रखना होगा संभालकर
6 महीने की बंदी के बाद आज से फिर दिल्ली का हजरत निजामुद्दीन की दरगाह खुल गया।  कोरोना संकट के चलते देशभर के धार्मिक स्थलों पर ताला लग गया था,
  • whatsapp icon

नई दिल्ली: 6 महीने की बंदी के बाद आज से फिर दिल्ली का हजरत निजामुद्दीन की दरगाह खुल गया। कोरोना संकट के चलते देशभर के धार्मिक स्थलों पर ताला लग गया था, अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है। दिल्ली स्थित मुस्लिम संत हजरत निजामुद्दीन की दरगाह खुलने के साथ ही दरगाह में आने वाले श्रद्धालुओं को कुछ खास नियमों का पालन करना होगा।

यह पढ़ें...देश में कोरोना संक्रमण के केस 41 लाख के पार, एक दिन में 90,633 मामले दर्ज

इन नियमों का पालन जरूरी

दरगाह में आने वालों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क (Mask) पहनने जैसे नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। दरगाह सुबह 5 बजे से लेकर रात 10 बजे तक खुलेगा। बता दें कि मार्च में तबलीगी जमात मुख्यालय के कोविड-19 (Covid-19) अस्पताल के रूप में सामने आने के बाद दरगाह के आस-पास का इलाका पहले कंटेनमेंट जोन में था।

 

nizamuddin dargah
सोशल मीडिया से

 

 

 

छह फीट की दूरी जरूरी

दरगाह में दाखिल होने वाले लोगों को एक दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी बनाकर रहना होगा। प्रवेश करने के बाद एक व्यक्ति को 15 मिनट से ज्यादा अंदर नहीं रुकने दिया जाएगा। दरगाह के अंदर हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करने के लिए भी विशेष स्थान बनाए गए हैं। 10 साल से कम और 65 साल से ज्यादा आयु के लोगों को भी दरगाह में प्रवेश नहीं होगा।

 

यह पढ़ें...सुशांत सिंह केसः NCB ने सुबह 11 बजे तक रिया चक्रवर्ती को ऑफिस पहुंचने को कहा

 

सोशल मीडिया से

 

 

मास्क जरूरी

दरगाह में किसी को भी बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी। इसके अलावा दरगाह में किसी तरह का बैग या सामान भी नहीं ले जाने की इजाजत होगी। दरगाह प्रबंधन के मुताबिक, धार्मिक स्थल पर किसी भी व्यक्ति को अंदर बैठने या प्रतीक्षा करने की अनुमति नहीं होगी।

विशेष कार्यक्रमों पर रोक

आने वाले दरगाह में फूल, खुशबूदार इत्र और धूप अर्पित करते वक्त मकबरे के किसी भी जगह को नहीं छू सकेंगे। पहले दरगाह में हर गुरुवार को कव्वाली का आयोजन किया जाता था। लेकिन कोरोना को देखते हुए इस तरह के विशेष कार्यक्रमों पर निश्चित तौर पर रोक लगी रहेगी। यदि किसी व्यक्ति में विभिन्न प्रकार की बीमारी के लक्षण जैसे की खांस, जुकाम या बुखार दिखाई देता है तो उसे दरगाह में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

Tags:    

Similar News