Heavy Rain in Rajasthan: आंधी-बारिश और बाढ़ से राजस्थान में जनजीवन अस्त व्यस्त, सैंकड़ों गांव अंधेरे में डूबे
Heavy Rain in Rajasthan: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के बाद एक और सरहदी राज्य राजस्थान में भयानक तबाही मचा रहा है। अरब सागर से उठे इस तूफान ने रेगिस्तान में सैलाब ला दिया है। बीते 36 घंटों से राज्य के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है|
Heavy Rain in Rajasthan: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के बाद एक और सरहदी राज्य राजस्थान में भयानक तबाही मचा रहा है। अरब सागर से उठे इस तूफान ने रेगिस्तान में सैलाब ला दिया है। बीते 36 घंटों से राज्य के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गांवों में बने सैंकड़ों कच्चे मकान ढह चुके हैं, जिससे उनमें रहने वाले लोग बेघर हो गए हैं। कई इलाकों में 5 से 7 फीट पानी घरों घुस गया है।
गुजरात में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद बचाव दल का अब पूरा फोकस पड़ोसी राज्य राजस्थान पर है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें प्रभावित एरिया में लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई हैं। बाढ़ में घिरे लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। हालांकि, समस्या अभी भी खत्म नहीं हुई है। मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों में और भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने जिलेवार भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गांवों में भारी तबाही मची है। यहां सैंकड़ो कच्चे मकान ढहने की खबर है, जिससे निर्धन तबके के लोग परेशान हैं। वेदर डिपार्टमेंट ने बाड़मेर, सिरोही और जालोर में रेड अलर्ट जारी किया है। जोधपुर और पाली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, जैसलमेर, चूरू, बीकानेर, झुंझुनू, सीकर, भीलवाड़ा, दौसा, जयपुर शहर, अलवर और नागौर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। तकरीबन पूरा प्रदेश बिपरजॉय तूफान के लपेटे में आता नजर आ रहा है।
सैंकड़ों गांवों में बत्ती गुल
भारी बारिश और आंधी-तूफान के कारण कई जिलों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। बिजली के खंभों और तार के टूटकर गिर जाने के कारण दूरदराज के इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति एक तरह से ठप हो गई है। इसके अलावा जहां-जहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है, वहां की भी बिजली काट दी गई है। ताकि कोई दुखद हादसा न हो। एक अनुमान के मुताबिक, ऐसे 500 से अधिक गांव हैं, जहां बाढ़ के कारण ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया है।
ट्रेनों के परिचालन पर भी असर
बिपरजॉय के गुजरात के तट से टकराने से पहले भी अरब सागर के किनारे स्थित राज्यों में मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा था। ट्रेनें और फ्लाइट्स खराब मौसम के कारण रद्द की जा रही थीं। इस भीषण चक्रवात के असर को देखते हुए राजस्थान में चलने वाली कुल 13 ट्रेनों को उत्तर पश्चिम रेलवे ने रद्द कर दिया है। ये ट्रेनें उस रूट से गुजरती हैं, जहां तूफान का ज्यादा असर देखा जा रहा है।
राहत की बात ये है कि इतने विकराल मौसम होने के बावजूद राजस्थान से फिलहाल किसी तरह की जनहानि की खबर सामने नहीं आई है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस आपदा से लड़ रही है। राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें लगी हुई हैं। जरूरत पड़ने पर सेना की मदद भी ली जा सकती है।