Howrah Bridge: 40 साल में पहली बार हावड़ा ब्रिज पर बंद होगी आवाजाही, जानें क्या है वजह
Howrah Bridge: हावड़ा ब्रिज पर शनिवार रात 11.30 बजे से लेकर रविवार सुबह 04.30 बजे तक कोई भी वाहन नहीं जा सकेंगे। ब्रिज पर आवाजाही की बंद करने के दौरान विशेषज्ञों की टीम इसकी गहनता से जांच करेगी।
Howrah Bridge Closed: हुगली (गंगा) नदी के ऊपर बना विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज (रवींद्र सेतु) पर वाहनों की आवाजाही का पहली बार बंद किया जा रहा है। यह ब्रिज हावड़ा व कोलकाता को जोड़ता है। इस ब्रिज पर एक दिन में लगभग लाखों वाहन गुजरते हैं। हाबड़ा ब्रिज के स्वास्थ्य जांच के लिए पहली बार वाहनों की आवाजाही को लगभग पांच घंटे के लिए बंद किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीते 40 सालों में पहली बार हावड़ा ब्रिज पर आवाजाही को बंद किया जा रहा है। ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही शनिवार रात पांच घंटे के लिए बंद की जाएगी। हावड़ा ब्रिज पर शनिवार रात 11.30 बजे से लेकर रविवार सुबह 04.30 बजे तक कोई भी वाहन नहीं जा सकेंगे।
ब्रिज पर आवाजाही की बंद करने के दौरान विशेषज्ञों की टीम इसकी गहनता से जांच करेगी। जांच का मुख्य उद्देश्य यह है कि ब्रिज कहीं भी कमजोर या फिर क्षतिग्रस्त नहीं हो गया है। इसी के चलते हावड़ा ब्रिज का ऑडिट की जा रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ट्रस्ट ने ब्रिज के स्वास्थ्य जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद ली है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (पूर्व में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट) ही हावड़ा ब्रिज के रखरखाव की जिम्मेदारी संभालती है।
ट्रस्ट ने ब्रिज के ऑडिट के लिए रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा (आरआइटीइएस) की मदद ली है। साल 1983 के बाद पहली बार आरआइटीइएस इस ब्रिज का ऑडिट करेगी। उल्लेखनीय है कि साल 2023 के मई माह हावड़ा ब्रिज से संबंधित अधिकारियों ने भार कम करने के लिए बिटुमिनस परत की झिल्ली को हटा दिया था। इस उपाय की समीक्षा भी स्वास्थ्य जांच में हो सकती है। इसके साथ ही ब्रिज के आंतरिक स्थिति की भी गहनता से जांच की जाएगी।
हावड़ा ब्रिज एक नजर में
हुगली (गंगा) नदी के ऊपर बने हावड़ा ब्रिज पर रोजाना लगभग एक लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं।
हावड़ा ब्रिज कुल लंबाई 705 मीटर और चौड़ाई 71 फीट है। ब्रिज के दोनों किनारों पर 15 फुट चौड़ाई का फुटपाथ भी हैं।
कैंटिलीवर स्टील हावड़ा ब्रिज दो जिलों (कोलकाता और हावड़ा) को जोड़ता है।
हावड़ा ब्रिज के निर्माण में 26,500 टन उच्च तन्यता वाले स्टील मिश्र धातु का उपयोग किया गया था।