अर्धसैनिक बलों के 32 अस्पतालों में अब सिर्फ कोरोना पीड़ितों का ही इलाज होगा
कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने देश में अर्धसैनिक बलों के 32 अस्पतालों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन अस्पतालों का इस्तेमाल सरकार कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के आइसोलेशन और इलाज के लिए करेगी।
नई दिल्ली: कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने देश में अर्धसैनिक बलों के 32 अस्पतालों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन अस्पतालों का इस्तेमाल सरकार कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के आइसोलेशन और इलाज के लिए करेगी। इन 32 अस्पतालों की क्षमता करीब 19 सौ बिस्तरों की है।
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उच्चस्तरीय बैठक में हुआ फैसला
केंद्रीय गृह मंत्रालय में सचिव सीमा प्रबंधन की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय बैठक में सुरक्षाबलों के इन अस्पतालों का तत्काल उपयोग करने का फैसला लिया गया। अधिकारी ने बताया कि इसके लिए सभी सुरक्षा बलों के चिकित्सकीय विंग की तरफ से अपने-अपने अस्पतालों को आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
मेडिकल उपकरण भेज रही है सरकार
अधिकारी के मुताबिक सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी और आईटीबीपी की तरफ से संचालित इन 32 अस्पतालों में कुल 1890 बिस्तर मौजूद हैं। हालांकि यह अस्पताल अभी प्रशिक्षित स्टाफ और विशेष उपकरणों की भारी कमी से जूझ रहे हैं मगर सरकार इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और वेंटिलेटर व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ड्यूटी में इस्तेमाल किए जाने वाले निजी सुरक्षा उपकरण सरीखे मेडिकल उपकरण तत्काल प्रभाव से भेज रही है।
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दूसरी जगहों पर शिफ्ट होंगे जवान
इस बाबत मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इन अस्पतालों में पहले से भर्ती सुरक्षाबलों के जवान या उनके परिजनों को कहीं अन्य शिफ्ट करने का तत्काल इंतजाम किया जाए ताकि कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या बढ़ने पर किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
इन जगहों पर है यह अस्पताल
अर्धसैनिक बलों के यह अस्पताल ग्रेटर नोएडा, हैदराबाद, गुवाहाटी, जम्मू, टेकनपुर( ग्वालियर), दीमापुर, इंफाल, नागपुर, सिलचर, भोपाल, अबादी, जोधपुर, कोलकाता, पुणे और बेंगलुरु में है।
पहले की गई थी यह व्यवस्था
इससे पहले केंद्र सरकार के निर्देश पर इस महीने की शुरुआत में सीआरपीएफ ने देश में 37 स्थानों पर 54 सौ लोगों को क्वारंटीन में रखने का इंतजाम किया था। आईटीबीपी ने दिल्ली के छावला एरिया में सबसे बड़ा सीएपीएफ क्वारंटीन सेंटर बनाया था जहां 1000 लोगों को रखने की व्यवस्था की गई थी।
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