Delhi Election: शाहदरा के सियासी युद्ध में भाजपा के 'संजय' देंगे विरोधियों को करारी मात
Delhi Election: चुनाव में शाहदरा विधानसभा सीट पर लड़ाई काफी रोचक हो गई है। इस बार भी भाजपा ने पिछली बार के प्रत्याशी संजय गोयल को ही टिकट दिया है और उन्हीं पर विश्वास जताया है।;
Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव ने ठंड में भी सियासी तापमान हाई कर रखा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 5 फरवरी की तारीख को 70 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाने हैं और इसी दिन प्रत्याशियों की किस्मत मत पेटी में कैद हो जाएगी। विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को सामने आएंगे। इस चुनाव में शाहदरा विधानसभा सीट पर लड़ाई काफी रोचक हो गई है। इस बार भी भाजपा ने पिछली बार के प्रत्याशी संजय गोयल को ही टिकट दिया है और उन्हीं पर विश्वास जताया है। साल 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहदरा सीट से दूसरे नंबर पर भाजपा के संजय गोयल थे जिन्हें 56,809 यानी 45.31 फीसदी वोट मिले थे।
प्रचार के दौरान संजय गोयल लगातार बता रहे हैं कि “विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी काम पूरे होने के दावे तो कर रही है लेकिन रास्तों में गड्ढे क्यों हैं, सीवर का काम क्यों ठप पड़ा है ये नहीं बता पा रही। सीवर ओवरफ्लो होने से आम जनता त्रस्त है, गलियां-चौराहे कूड़े से पटी हुई हैं, साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जा रहा और यही वजह है कि जनता उन्हें क्षेत्र में नकार रही है। आम आदमी पार्टी ने सिर्फ घोटाले किए हैं और केजरीवाल ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने अपने पास विभाग न होते हुए भी घोटाले को अंजाम दिया है। देश में भाजपा ने मोदी जी के नेतृत्व में काम किया है, इसलिए 20 राज्यों में हमारी सरकारें चल रही हैं।
इस बार दिल्ली की जनता भाजपा को दिल्ली की कमान सौंपने जा रही है। ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट में भी संजय गोयल आगे दिख रहे हैं। शाहदरा विधानसभा की आम जनता दो टूक शब्दों में साफ कह रही है कि जितेंद्र सिंह शंटी भगोड़े हैं, मतलब परस्त हैं, अपने फायदे के लिए इस डाल से उस डाल उछल कूद करते रहते हैं, ऐसे नेता को इस बार सबक सीखा दिया जाएगा। कुल मिलाकर अगर इस बार की बात की जाए तो शाहदरा सीट के सभी समीकरण संजय गोयल के जीत की ओर इशारा कर रहे हैं। इसके उलट आम आदमी पार्टी ने अपने वर्तमान विधायक राम निवास गोयल का टिकट काटकर नाराजगी मोल ले लिया है।
पार्टी ने जितेंद्र सिंह शंटी को टिकट दिया है। जिससे आप के कोर वोटर्स में काफी नाराजगी है। जितेंद्र सिंह शंटी पर शहादरा की जनता को पहले से भी भरोसा नहीं है क्योंकि वो हर बार अपनी सुविधा अनुसार अलग- अलग पार्टी का दामन थाम लेते हैं। शाहदरा यमुनापार का सबसे पुराना इलाका है। कारोबार के लिहाज से छोटा बाजार, बड़ा बाजार, फर्श बाजार, अनाज मंडी और तेलीवाड़ा मशहूर है। यहां के व्यापारी भी पिछली बार की अपेक्षा इस बार एकजुट होकर संजय गोयल को जिताने की बात कर रहे हैं। 1993 में दिल्ली विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद से शाहदरा से वैश्य समाज का विधायक चुना गया है।
इस बार भी वैश्य समाज के साथ- साथ पंजाबी समाज ने भी संजय गोयल के पाले में वोट करने का मन बना रखा है और ब्राह्मण वोट भी इस बार भाजपा को फूल सपोर्ट करने के मूड में है। मुस्लिम वोटर्स की बात करें तो वो हमेशा से उस पार्टी को वोट करती आई है जो बीजेपी के आड़े आती हो पर इस बार मुस्लिमों को बीजेपी के विरोधी पार्टियों के प्रत्याशियों पर भरोसा नहीं है और ये फैक्टर संजय गोयल की जीत में मजबूत फैक्टर बन सकता है। क्योंकि इससे मुस्लिम वोट अलग अलग प्रत्याशियों को जाने की उम्मीद जताई जा रही है। मुस्लिम वोटर्स अपने प्रत्याशियों से खुश नहीं हैं। ऐसे में अच्छे- खासे मुस्लिम वोट छिटक के भाजपा के पाले में आने की उम्मीद भी है।
शहादरा विधानसभा में तकरीबन 1 लाख 70 हजार वोटर्स हैं। जातीय समीकरण अगर प्रतिशत में देखा जाए तो -
वैश्य - 25 फीसदी
अनुसूचित जाति - 18 फीसदी
पिछड़ा वर्ग - 15 फीसदी
मुस्लिम - 12 फीसदी
पंजाबी - 11 फीसदी
ब्राह्मण - 8 फीसदी
सिख - 2 फीसदी
जाट - 2 फीसदी
अन्य - 7 फीसदी हैं
जिसमें से 25 फीसदी वैश्य समाज, 18 फीसदी अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग 12 फीसदी, पंजाबी व सिख दोनों मिलाकर 13 फीसदी, ब्राह्मण 8 फीसदी के साथ-साथ बाकी क्षेत्र की जनता का वोट संजय गोयल के पाले में गिरने की उम्मीद जताई जा रही है। साफ है कि इस बार सारे समीकरण संजय गोयल की जीत की तरफ इशारा कर रहे हैं।