SP ने MP में उतारे उम्मीदवार, AAP बिहार में झटका देने को तैयार, मुंबई बैठक से पहले INDIA के घटक दलों में तेज हुआ टकराव
Tussle in INDIA Alliance: एक ओर इंडिया में शामिल दलों की ओर से 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने की बात कही जा रही है तो दूसरी ओर विधानसभा चुनावों में घटक दलों के बीच घमासान लगातार तेज होता दिख रहा है।
Tussle in INDIA Alliance: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मुंबई बैठक से पहले घटक दलों में ही टकराव तेज होता दिख रहा है। समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने बिहार में अपने उम्मीदवार उतारने के लिए संगठन को मजबूत बनाने की बात कही है।
एक ओर इंडिया में शामिल दलों की ओर से 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने की बात कही जा रही है तो दूसरी ओर विधानसभा चुनावों में घटक दलों के बीच घमासान लगातार तेज होता दिख रहा है। इस बीच मुंबई बैठक के दौरान घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा करने की मांग भी तेज हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि इस बाबत जल्द से जल्द फैसला लिया जाना चाहिए।
सपा ने मध्य प्रदेश में उतारे उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने रविवार को मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने धौहानी से विश्वनाथ सिंह गौड़ और चितरंगी से श्रवण कुमार सिंह गौड़ के चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की। इससे पूर्व पार्टी की ओर से चार और विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए गए थे।
समाजवादी पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ की संभावना को पूरी तरह खारिज कर दिया है। पटेल ने कहा कि किसी भी राज्य में चुनावी गठजोड़ का फैसला पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से लिया जाता है मगर मौजूदा समय में मुझे मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ चुनावी गाजोड़ की कोई संभावना नहीं दिख रही है। इस बाबत कोई भी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही लेंगे।
विधानसभा चुनाव में गठबंधन असरदार नहीं
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत के दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव ने हमसे पूरे राज्य में चुनावी तैयारी को अंतिम रूप देने को कहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की अन्य विधानसभा सीटों के लिए भी संभावित उम्मीदवारों के नाम की सूची तैयार की जा चुकी है और यह सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास भेजी गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष की मंजूरी मिलने के बाद राज्य की अन्य सीटों पर भी पार्टी के उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है और यह विधानसभा चुनाव में असर नहीं दिखाएगा। मध्य प्रदेश के चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन न होने के कारण समाजवादी पार्टी अपनी पसंद की सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है और हम चुनाव के दौरान सपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
कांग्रेस ने दिया समर्थन मगर सपा दे रही झटका
सपा मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी ऐसे समय में कर रही है जब उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को समर्थन देने की घोषणा की है। वैसे मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सपा के चुनाव लड़ने से ज्यादा नुकसान होने की संभावना नहीं है क्योंकि यहां पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। वैसे इतना तय माना जा रहा है कि सपा कांग्रेस उम्मीदवारों के ही वोट कटेगी जिससे नजदीकी मुकाबले वाली सीटों पर भाजपा को फायदा मिल सकता है।
आप बिहार में चुनाव लड़ने के लिए तैयार
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने बिहार के विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है। 2024 की सियासी जंग के बाद 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके लिए आप ने अपने संगठन को मजबूत बनाने की योजना तैयार की है। आप के महासचिव संदीप पाठक ने दिल्ली में बिहार के अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए किसी भी पार्टी का संगठन मजबूत होना चाहिए और यह सच्चाई है कि बिहार में मौजूदा समय में आप का संगठन मजबूत नहीं है। इसलिए पहले हम बिहार में अपने संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे और इसके बाद फैसला किया जाएगा कि पार्टी राज्य की कितनी सीटों पर चुनाव मजबूती से चुनाव लड़ने में सक्षम है।
कई और राज्यों में झटका दे रही आप
आम आदमी पार्टी के महासचिव के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में आप भी बिहार के विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी। आप ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। ऐसे में इंडिया के घटक के दलों के बीच आपसी सियासी घमासान तेज होता दिख रहा है। अब सबकी निगाहें मुंबई बैठक पर लगी हुई हैं। यह देखने वाली बात होगी कि मुंबई बैठक के दौरान इस समस्या का समाधान कैसे खोजा जाता है।
इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इंडिया के घटक दलों के बीच विभिन्न राज्यों में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीटों का बंटवारा जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में जल्द ठोस कदम उठाए जाने चाहिए ताकि विभिन्न दलों और प्रत्याशियों को अपनी चुनावी स्थिति मजबूत बनाने में मदद मिल सके।