LAC पर तनाव: भारत-चीनी सेना के बीच 11 घंटे हुई बड़ी बैठक, जानिए क्या हुई बातचीत

लद्दाख की गलवान घाटी में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन की सेना के बीच फिर अहम बैठक हुई। यह बैठक चीनी सेना के आग्रह पर सोमवार को बुलाई गई थी।

Update: 2020-06-22 19:51 GMT

नई दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव कम करने के लिए भारत-चीन की सेना के बीच फिर अहम बैठक हुई। यह बैठक चीनी सेना के आग्रह पर सोमवार को बुलाई गई थी। यह बैठक दोनों देशों के बीच करीब 11 घंटे चली। कोर कमांडर स्तर की यह बैठक चीन की तरफ मोल्डो क्षेत्र में हुई।

यह बैठक गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद बने तनाव को कम करने के लिए हुई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को एक बार फिर बैठक हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन और भारत के बीच एलएसी पर कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई।

सुबह 11 बजे से ही बैठक

इस बातचीत के दौरान भारत ने चीन से एलएसी से सैनिकों की वापसी के लिए समय सीमा मांगा है। इसके साथ ही फिंगर 4 समेत 2 मई से पहले की स्थिति और तैनाती को बनाए रखने के लिए कहा। सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच सुबह 11 बजे से ही बैठक चल रही थी जो देर रात जाकर खत्म हुई।

यह भी पढ़ें...चीन पर नई आफत: दुनिया के सबसे बड़े बांध के टूटने का खतरा, डूब जाएंगे कई राज्य

इस बैठक में भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने बैठक का नेतृत्व किया, जबकि चीन से मेजर जनरल लियु लिन बैठक में भाग लिए। गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच यह बड़ी बैठक हुई। इसका बैठक का मकसद एलएसी पर पहले वाली स्थिति को बनाए रखना है।

कहा जा रहा है कि भारत ने एलएसी पर पहले की स्थिति को बनाए रखने की मांग की है। इसके अलावा साथ ही गलवान जैसी घटना भविष्य में न हो, इसके लिए भी दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की ओर से बातचीत होगी। 6 जून के एग्रीमेंट पर भी बात होगी, जिसमें तय हुआ था कि चीन अपनी सेना को एलएसी से पीछे ले जाएगा।

यह भी पढ़ें...इस देश के निशाने पर चीन: तानी बीजिंग पर मिसाइलें, चीनी पनडुब्बियों को खदेड़ा

पीछे हटने के मूड में नहीं चीन

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने लद्दाख सीमा पर 4 मई के बाद के मिलिट्री पोजिशन से चीनी सेना को हटने के लिए कहा है, लेकिन अभी चीन की ओर से पीछे हटने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बताया जा रहा है कि चीन पीछे हटने के मूड में नहीं है।

यह भी पढ़ें...आखिरकार चीन ने स्वीकार किया सच, पहली बार मानी जवानों के मारे जाने की बात

भारत ने चीन से एलएसी पर दोनों देशों के जवानों के बीच झड़प को लेकर नियम में बदलाव करने के लिए भी कहा है। यह फैसला गलवान घाटी में चीन के विश्वासघात के बाद हुआ है। भारत की तरफ से चीन को एलएसी के पास बनाए गए सभी बिल्डअप को खत्म करने के लिए कहा गया है। भारत ने गलवान घाटी को अपनी प्रतिबद्धताओं को एक बार फिर दोहराया है।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News