मोदी दहाड़ से कांपा चीन: भारत की मिसाइल तैयार, अब दुश्मन देश को कड़ा संदेश

लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच बीते कई महीनों से तनातनी जारी है। ऐसे में भारत भी किसी भी आपात स्थिति का सामना करने की पूरी तैयारी कर रहा है। इसी के तहत भारत ने 40 दिनों में चार मिसाइलों का परीक्षण कर चीन को कड़ा संदेश दिया है।

Update:2020-10-07 15:55 IST
मोदी दहाड़ से कांपा चीन: भारत की मिसाइल तैयार, अब दुश्मन देश को कड़ा संदेश

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच पिछले मई महीने से तनाव जारी है। दोनों पक्षों के बीच कई दौर की वार्ताएं होने के बाद भी तनातनी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन रही है। वहीं ऐसी किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारत और चीन दोनों ही अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में लगे हुए हैं।

भारत सभी स्थिति से निपटने की कर रहा तैयारी

सीमा पर तैनात भारतीय जवान भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। भारत ने पिछले 40 दिनों के अंदर चार मिसाइल परीक्षण किए और एक को तो एलएसी पर तैनात भी कर दिया है। इसके अलावा के-5 मिसाइल बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये मिसाइल पांच हजार किलोमीटर दूर तक लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम है।

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भारत ने 40 दिनों में चार मिसाइलों का किया परीक्षण (फोटो- सोशल मीडिया)

सुपरसोनिक शौर्य मिसाइल की तैनाती को अनुमति

मीडिया रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से लिखा गया है कि सरकार की ओर से हाल ही में सुपरसोनिक शौर्य मिसाइल को सैन्य बेड़े में शामिल कर इसके तैनाती की अनुमति दी गई है। इस मिसाइल की खासियत ये है कि यह 700 किमी रेंज की सतह से सतह में मार करने में सक्षम है। रिपोर्ट के मुताबिक, अब अगले कुछ हफ्तों में निर्भय क्रूज मिसाइल का परीक्षण भी किया जाएगा।

40 दिनों में चार मिसाइलों का किया परीक्षण

जानकारी के मुताबिक, निर्भय क्रूज मिसाइल का परीक्षण करने के बाद इसे तुरंत सेना और नेवी के बेड़े में शामिल कर दिया जाएगा। वहीं 7 सितंबर को हाइपरसॉनिक टेक्नॉलजी डेमोंस्ट्रेटर वीइकल (HSTDV) का भी सफल परीक्षण किया गया। इसके बाद 30 सितंबर को सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के एक्सेटेंडेड वर्जन का सफल परीक्षण पूरा किया गया। ये सभी मिसाइलें सेना की क्षमता बढ़ाने में काफी मददगार साबित होने वाली हैं।

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भारत ने 40 दिनों में किया चार मिसाइल का परीक्षण (फोटो- ट्विटर)

सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का परीक्षण

अब अभी हाल ही में परमाणु हमला करने में सक्षम शौर्य सुपरसॉनिक मिसाइल का परीक्षण भी सफलतापूर्वक किया गया। बता दें कि ये मिसाइल आवाज की रफ्तार से दो-तीन गुना तेजी से लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है। इसके बाद DRDO 5 अक्टूबर को टॉरपीडो, SMART के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने खुद डीआरडीओ को बधाई दी थी।

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के-5 SLBM पर तेजी से किया जा रहा काम

यही नहीं DRDO सबमरीन लॉन्च्ड बलिस्टिक मिसाइल (SLBM) के 5 हजार किलोमीटर दूर तक मार करने वाले वर्जन का भी तेजी से विकास कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, बलिस्टिक मिसाइल के-5 को अरिहंत श्रेणी की परमाणु पनडुब्बियों में तैनात किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो हफ्तों में के-5 SLBM का परीक्षण हो जाएगा। परिक्षण के बाद इसे INS अरिहंत और INS अरिघात पर तैनात किया जाएगा।

पीएम मोदी ने चीन को दिया कड़ा संदेश (फोटो- सोशल मीडिया)

भारत चीन को दे रहा कड़ा संदेश

एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत एक ओर चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिए बातचीत के दरवाजे खोल रहा है तो वहीं दूसरी ओर तेजी से मिसाइलों के परीक्षण और तैनाती को लेकर तेजी से काम कर रहा है। ऐसा करके भारत चीन को साफ संदेश दे रहा है कि हमें चीन की किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने में कोई हिचक नहीं होगी।

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