रूसी वैक्सीन पर भारत को भरोसा! स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बड़ी बात
रूस ने दुनिया की सबसे पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का एलान करने के बाद उसका उत्पादन भी शुरू कर दिया है। हालांकि रूस की ये वैक्सीन दुनियाभर के तमाम देशों के संदेह के घेरे में है। लेकिन भारत ने रूस की इस वैक्सीन पर भरोसा जताया है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ रूस ने दुनिया की सबसे पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का एलान करने के बाद उसका उत्पादन भी शुरू कर दिया है। हालांकि रूस की ये वैक्सीन दुनियाभर के अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और स्पेन जैसे तमाम देशों के संदेह के घेरे में है। लेकिन भारत ने रूस की इस वैक्सीन पर भरोसा जताया है। भारत ने इस वैक्सीन को लेने में दिलचस्पी दिखाई है। इस सिलसिले में दोनों देशों के बीच बातचीत भी जारी है। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ये जानकारी दी गई है।
यह भी पढ़ें: CM योगी ने किया ऐलान: त्योहारों पर जारी किए निर्देश, 30 सितंबर तक लगाई रोक
वैक्सीन को लेकर रूस-भारत के बीच बातचीत जारी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि स्पुतनिक- 5 वैक्सीन (Sputnik V Vaccine) को लेकर भारत और रूस के बीच बातचीत जारी है। कुछ प्रारंभिक जानकारियां साझा की गई हैं। बता दें कि रूस ने हाल ही में दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का एलान किया था। साथ ही इस वैक्सीन के अच्छे परिणाम को लेकर दावा भी किया था। इस वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल अभी भी जारी है। तीसरे फेज का ये ट्रायल रूस में 45 केंद्रो पर 40 हजार से भी ज्यादा लोगों पर किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: राज्यसभा में मजबूत हो रही भाजपा, नवंबर में बदल जाएगा उच्च सदन का गणित
भारत के साथ रूस करेगा पार्टनरशिप
वहीं इस वैक्सीन के लॉन्च होने के बाद ही रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने वैक्सीन के प्रोडक्शन को लेकर भारत के साथ पार्टनरशिप की इच्छा जाहिर की थी। किरिल दिमित्रीव ने कहा था कि लैटिन अमेरिका, एशिया और मध्य पूर्व के देशों ने वैक्सीन के उत्पादन में दिलचस्पी दिखाई है।
भारत वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए सक्षम
RDIF के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा था कि वैक्सीन का उत्पादन एक बहुत ही अहम मुद्दा है। वर्तमान में हम भारत के साथ पार्टनरशिप करना चाहते हैं। उन्होंने भारत को गामेलिया वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए सक्षम बताया है। उन्होंने कहा कि इस पार्टनरशिप के जरिए हम मांग के मुताबिक वैक्सीन बना पाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रूस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए भी तैयार है।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस में घमासान: राहुल के आरोपों से बड़े नेता नाराज, मनाने में जुटीं सोनिया
इन देशों में होगा क्लिनिकल ट्रायल
किरिल दिमित्रीव ने कहा कि हम रूस के अलावा यूएई, सऊदी अरब, ब्राजील और भारत में भी इस वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल करेंगे। उनका कहना है कि हम पांच से ज्यादा देशों में वैक्सीन का उत्पादन करने की योजना बना रहे हैं। एशिया, लैटिन अमेरिका, इटली और दुनिया के अन्य हिस्सों से इस वैक्सीन की डिलीवरी के लिए बहुत अधिक मांग आई है।
वैक्सीन के कारगर होने पर खड़े हो रहे सवाल
बता दें कि रूस ने दो महीने से भी कम समय के ह्यूमन टेस्टिंग के बाद ही Sputnik V वैक्सीन लॉन्च कर दी थी। हालांकि अभी तक इस वैक्सीन के ट्रायल के शुरूआती रिजल्ट सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। जिसके चलते कई देशों के वैज्ञानिक वैक्सीन के कारगर होने पर सवाल उठा रहे है।
यह भी पढ़ें: विधानसभा स्पीकर के साथ हुआ सड़क हादसा, अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस भिड़ी
भारत की ये वैक्सीन दौड़ में आगे
वहीं इंडिया के वैक्सीन की बात करें तो इस वक्त भारत में कोरोना वैक्सीन की दौड़ में तीन वैक्सीन आगे हैं। ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन अपने पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में है। इसके अलावा भारत बायोटेक और जीडस कैडिला की वैक्सीन ने पहले चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है। साथ ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन को इस साल तक रेगुलेटरी मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें: Redmi के इस धांसू फोन पर बंपर ऑफर, कैमरा है दमदार, जानें कीमत और फीचर्स
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।