Terrorist Sajid Mir: आतंकी साजिद मीर को बचाने पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया,ऑडियो क्लिप सुनाकर चीन पाकिस्तान को लताड़ा

Terrorist Sajid Mir: भारत ने इस मामले को लेकर चीन और पाकिस्तान दोनों देशों को जमकर लताड़ लगाई है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में चीन का नाम लिए बिना इस कदम की कड़ी निंदा की।

Update:2023-06-21 14:30 IST
Terrorist Sajid Mir (photo: social media )

Terrorist Sajid Mir: लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन की ओर से अड़ंगा लगाए जाने पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। चीनी इससे पहले भी आतंकवादियों को बचाने के लिए वीटो की ताकत का इस्तेमाल कर चुका है। साजिद 2008 में मुंबई में हुए बड़े आतंकी हमले में मोस्ट वांटेड है। साजिद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने से बचाने की चीन की चाल भारत को काफी नागवार गुजरी है।

भारत ने इस मामले को लेकर चीन और पाकिस्तान दोनों देशों को जमकर लताड़ लगाई है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में चीन का नाम लिए बिना इस कदम की कड़ी निंदा की। भारत ने चीन और पाकिस्तान के साथ हुई इस मुद्दे पर चुप्पी साधने वाले अन्य देशों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। भारत ने साजिद मीर की वह ऑडियो क्लिप भी सुना दी है जिसमें वह मुंबई हमले के दौरान आतंकियों को निर्देश दे रहा था।

आतंकवाद से लड़ने की प्रक्रिया में गड़बड़ी

भारत की ओर से जॉइंट सेक्रेट्री प्रकाश गुप्ता ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्चस्तरीय कांफ्रेंस के दौरान चीन और पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से लड़ने की प्रक्रिया में काफी गड़बड़ी दिख रही है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक कुख्यात आतंकवादी को वैश्विक आतंकी नहीं घोषित किया जा रहा है और कई देश इस आतंकवादी का बचाव करने में लगे हुए हैं।

भारत ने आरोप लगाया कि वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के प्रति दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है। साजिद मीर मुंबई हमलों के सिलसिले में भारत में मोस्ट वांटेड है। 2008 में हुए इस आतंकी हमले के दौरान 166 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में कई विदेशी भी शामिल थे।

साजिद मीर की ऑडियो क्लिप सुनाइए

भारत का पक्ष रखते हुए प्रकाश गुप्ता ने वह ऑडियो क्लिप भी सुनाई जिसमें साजिद में आतंकियों को निर्देश दे रहा था। गुप्ता ने कहा कि हर किसी को यह ऑडियो क्लिप सुननी चाहिए जिसमें साजिद मीर आतंकियों को फोन पर निर्देश देते हुए कह रहा है कि ताज होटल में सभी विदेशियों को मार दो।

हमले के दौरान किसी को जिंदा नहीं छोड़ना है। उन्होंने कहा कि एक देश की ओर से साजिद मीर को पूरा संरक्षण दिया जा रहा है और हमले के 15 साल बीतने के बाद भी वह खुलेआम घूम रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति यह दोहरा रवैया नहीं है तो और क्या है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति यह दोहरा रवैया काफी खतरनाक है और इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

नहीं बदली जा सकती आतंकवाद की परिभाषा

भारत ने कहा कि किसी देश के व्यक्तिगत फायदे के लिए आतंकवाद की परिभाषा में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। यह पहला मौका नहीं है जब चीन ने किसी कुख्यात आतंकी को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव में अड़ंगा लगाया है। चीन से पहले भी यह खेल करता रहा है।

गुप्ता ने कहा कि भारत के लोगों ने कई आतंकवादी हमले झेले हैं और इन हमलों की वजह से काफी संख्या में लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। जब हम आतंकवाद से लड़ने के लिए कमियों को दूर करने की बात करते हैं तब ऐसे देशों की ओर से अड़ंगा डालने की कोशिश की जाती है।

चीन के रवैए पर क्यों है नाराजगी

साजिद मीर को लश्कर सरगना हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। मुंबई में आतंकवादी हमले की साजिश रचने में साजिद मीर ने मास्टरमाइंड की भूमिका निभाई थी। अमेरिका ने भी साजिद मीर पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। अब चीन साजिद मीर की ढाल बनकर खड़ा हो गया है।

अगर साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया जाता तो उसकी सारी संपत्ति फ्रीज हो जाती और उसके कहीं भी खुलेआम घूमने पर रोक लग जाती। चीन पहले भी भारत विरोधी आतंकियों का बचाव करता रहा है और यही कारण है कि भारत चीन के इस रवैए से काफी नाराज है।

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