COVID-19: शोधकर्ताओं को उम्मीद, भारत को जल्द मिलेगी कोरोना पर जीत
इन दिनों कोरोना से निपटने के लिए देश में लगातार शोध हो रहे हैं। मेडिकल साइंटिस्ट इसके कारणों और इसके निदान की जानकारी करने में जुटे हुए हें।
नई दिल्ली: पूरा देश इन दिनों कोरोना से जूझ रहा है। जिससे निपटने के लिए देश में लगातार शोध हो रहे हैं। मेडिकल साइंटिस्ट इसके कारणों और इसके निदान की जानकारी करने में जुटे हुए हें। हांलाकि शोधकर्ता अभी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं पर उन्हे उम्मीद है कि जल्द ही इस पर उन्हे विजय मिल जाएगी।
देश में जल्द ठीक होगा वायरस
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हाल ही में इंटरनेशनल संटर जेनेटिक इंजीनियरिंग बायो टेक्नालॉजी दिल्ली की टीम ने विश्व में पैदा हुए कोरोना संक्रमण पर किए गए अध्ययन के बाद पाया है कि जल्द ही उन्हे इस पर सफलता मिलेगी। इन वैज्ञानिकों ने पांच देशों का अध्ययन किया और पाया कि भारत के लोगों में माइक्रो आरएनए (राइनो न्युक्लियर एसिड) मौजूद है जो अन्य देशों में नहीं पाया जाता है। इससे प्रतिरोधक क्षमता को मदद मिलती है।
भारतीयों में हैं स्पेशल RNA
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इस टीम के सदस्यों का कहना है कि हमने चीन, नेपाल, अमेरिका, भारत और इटली का अध्ययन किया। इसमें वुहान के दो मरीजों को भी शामिल किया गया। अन्य के मुकाबले भारत में एक माइक्रो आरएनए मिला। यह आरएनए अन्य देशो में नहीं मिला। उधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि बारिश होने से नमी बढेगी। यह नमी वायरस के लिए अनुकूल हो सकती है। लेकिन दिल्ली में समुदाय में संक्रमण नहीं देखा गया है। इसलिए बारिश से खास फर्क नहीं पडेगा।
शोधों से जागी उम्मीद
उनका आकलन है कि अब राजधानी दिल्ली में कोई नया मरीज सामने नहीं आना चाहिए। पहले से संदिग्ध मरीजों में ही किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है। इसके अलावा भारतीयों में कोरोना के सार्स टू में एक म्युटेशन भी देखा गया है। इसमें वायरस की सतह पर एक विशेष प्रोटीन भी मिला हे।
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इन शोधों में पता चला कि भारतीयों में मौजूद विशेष माइक्रों आरएन साक्र टू को म्यूटेड कर देता है। इस शोधो से देश में उम्मीद की किरण जाग उठी है और उम्मीद है कि भारत को इसमे सफलता मिलेगी। जिससे भारत विश्व में एक बार फिर विजेता बनेगा।