CAA के खिलाफ दिल्ली में सड़कों पर उतरे छात्र, चेन्नई में आठ हजार लोगों पर केस दर्ज

नागरिकता संसोधन कानून (CAA) के विरोध में मंगलवार को दिल्ली में जामिया कॉलेज के छात्रों ने विरोध मार्च निकाला। जिसमें  भारी संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हुए।

Update: 2019-12-24 08:06 GMT

दिल्ली: नागरिकता संसोधन कानून (CAA) के विरोध में मंगलवार को दिल्ली में जामिया कॉलेज के छात्रों ने विरोध मार्च निकाला।

जिसमें भारी संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हुए। इस विरोध प्रदर्शन में योगेंद्र यादव भी शामिल थे।

योगेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सीएए और एनआरसी इस देश की आत्मा के खिलाफ है।

पीएम जनता को भरोसा दें कि किसी को भी देश से बाहर नहीं भेजा जाएगा।

प्रदर्शनकारी हाथों में भगत सिंह, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें और साझी विरासत लिए आगे बढ़ रहे हैं।

इन्होंने अपने हाथों में तरह-तरह के नारे लिखे पोस्टर भी थाम रखे है।

CAA पर आज क्या हुआ, यहां जानें

-राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मेरठ जाते समय रास्ते में पुलिस ने रोक दिया।

कांग्रेस के दोनों नेता CAA के खिलाफ प्रदर्शन में मारे गये मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने जा रहे थे।

-इस दौरान पुलिस फ़ोर्स ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। दोनों को पुलिस ने वापस दिल्ली रवाना कर दिया गया।

इस बारे में राहुल गांधी का कहना है, हमें क्यों रोका गया, इसके बारे में तो पुलिस ही बता सकती है।

-कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज नागरिकता कानून के खिलाफ सड़क पर उतर आई। उनके साथ बड़ी संख्या में आंदोलनकारी शामिल रहे।

-प्रियंका, सोनिया गांधी और असदुद्दीन ओवैसी पर नागरिकता कानून के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने को लेकर केस दर्ज हुआ है।

-चेन्नई में कल नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली करने के लिए DMK अध्यक्ष एमके स्टालिन सहित आठ हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने पुलिस की अनुमति के बिना रैली निकाली।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध मार्च निकला।

CAA के विरोध में जामिया के छात्र

छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने स्थिति सम्भालने के लिए मंडी हाउस इलाके में धारा 144 लागू कर दिया है।

वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात हैं, जबकी संसद मार्ग बंद कर दिया गया है।

क्षेत्र में धारा 144 लागू

छात्रों का कहना है कि मंदी हाउस इलाके में लागू धारा 144 के बारे में पुलिस ने उन्हें सूचना दी थी और पुलिस की अनुमति के बाद ही छात्र मार्च में शामिल हुए।

गौरतलब है कि नागरिकता कानून लागू होने के बाद से उत्तर प्रदेश समेत दिल्ली में जमकर इस कानून का विरोध हुआ।

मामला इतना भड़क गया कि कई क्षेत्रों में बवाल और हिंसा की स्थिति बन गयी। कई लोगों की जान चली गयीं, वहीं सार्वजनिक संपत्ति का भी काफी नुक्सान हुआ।

इतना ही नहीं दिल्ली के कई अस्पतालों में कार्यरत सैंकड़ों डॉक्टर्स भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आ गये हैं और इसी के चलते सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया पहुंचे थे।जुलूस में डॉक्टरों के साथ फिजियोथेरेपी में स्नातक का कोर्स कर रहे छात्र भी शामिल हुए

ये भी पढ़ें: हेमंत सोरेन को सीएम पद की शपथ लेते ही करना होगा इन चुनौतियों का सामना…

योगी सरकार हिंसा भड़काने वालों पर सख्त

वहीं सबसे ज्यादा असर इस हिंसा का असर उत्तर प्रदेश में देखने को मिला, जहां उपद्रवियों ने आगजनी और जमकर पत्थरबाजी की। भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए सरकार ने कई क्षेत्रों में इंटरनेट सेवायें बंद कर दी। वहीं अब योगी सरकार हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है। सरकार ने सख्ती बरतते हुए हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है।

ये भी पढ़ें: पुल में फंसा जहाज: लोगों के छूटे पसीने, मची अफरा तफरी

Tags:    

Similar News