जम्मू-कश्मीर: एडवाइजरी के बाद फैली अफवाह से डरे निवासी, अफरा-तफरी का माहौल
इस मामले में श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद चौधरी ने बयान दिया है। डीएम शाहिद चौधरी ने कहा कि सभी संस्थानों के प्रमुखों को अफवाहों की वजह से सावधान रहने की सलाह दी गई है। हालांकि, किसी भी संस्थान को बंद करने की सलाह या निर्देश प्रशासन ने अभी तक जारी नहीं किए हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से घाटी छोड़ने को कहा था। ऐसे में जल्द से जल्द जगह खाली करने की एडवाइजरी से घाटी के निवासियों में एक डर पैदा हो गया है। इसकी वजह से पेट्रोल पंप, एटीएम और राशन की दुकानों में निवासियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। यहां निवासियों ने किसी आंतकी हमले और कानून व्यवस्था बिगड़ने की वजह से राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया है।
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में इसलिए मची है खलबली, यहां जानें पूरा मामला
गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी आदेश में यहां कहा गया है, ‘आतंकवादी खतरों खासतौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने की ताजा खुफिया सूचनाओं और कश्मीर घाटी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए पर्यटकों तथा अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के हित में यह परामर्श दिया जाता है कि वे फौरन घाटी में रुकने की योजना स्थगित कर दें और जल्द से जल्द लौटने के आवश्यक कदम उठाए।’
आदेश से कश्मीर में फैला डर
इस आदेश से कश्मीर में भय व्याप्त हो गया। केंद्र द्वारा घाटी में सेना की 100 अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात करने के आदेश के बाद से कुछ दिनों से कश्मीर में स्थिति तनावपूर्ण है। सैनिकों की तैनाती और विभिन्न आदेशों से जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने जैसे कुछ बड़े फैसलों को लेकर अटकलें बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें: 11 पॉइंट्स में जानिए क्या कहता है भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370
कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते लोग शहर में तथा अन्य जगहों पर राशन और आवश्यक सामान खरीदने दुकानों के बाहर कतारों में दिखाई दिए। पेट्रोल पम्पों पर भी भारी संख्या में उपभोक्ता दिखाई दिए। इससे पहले सेना ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी घाटी में अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में हैं। सेना ने हालांकि यह भी कहा कि सुरक्षा बल ऐसी किसी भी योजना को विफल करने के लिए मुस्तैद हैं।
जिलाधिकारी शाहिद चौधरी ने दिया बयान
वहीं, इस मामले में श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद चौधरी ने बयान दिया है। डीएम शाहिद चौधरी ने कहा कि सभी संस्थानों के प्रमुखों को अफवाहों की वजह से सावधान रहने की सलाह दी गई है। हालांकि, किसी भी संस्थान को बंद करने की सलाह या निर्देश प्रशासन ने अभी तक जारी नहीं किए हैं।