Jayaprakash Narayan Jayanti: 'सम्पूर्ण क्रांति' के जरिये पलट दी इंदिरा की सरकार, जानिए कौन थे जयप्रकाश नारायण?
Jayaprakash Narayan Jayanti: जयप्रकाश नारायण भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी और राजनीतिक नेता थे। जिन्हें लोग "जेपी" के नाम से जानते है।
Jayaprakash Narayan Jayanti: जयप्रकाश नारायण जिन्हे लोग जेपी के नाम से जानते है उनका जन्म 11 अक्टूबर 1902 को बिहार के सारण जिले में हुआ था। पढ़ाई के दौरान उनका नाम जयप्रकाश श्रीवास्तव था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव में ही हुई, और फिर वे पटना चले गए। उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा पटना के स्कूल से पूरी की। और यहाँ पर उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन से प्रेरित होकर पढ़ाई छोड़ दी। इस समय भारतीय युवा बड़ी संख्या में स्वदेशी और स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय हो रहे थे, और जयप्रकाश नारायण भी इस लहर में शामिल हो गए। पढ़ाई छोड़ने के बाद जयप्रकाश नारायण ने 1922 में अमेरिका जाने का फैसला किया था।
अमेरिका जाने के बाद जयप्रकाश नारायण ने मार्क्सवादी और समाजवादी विचारों का गहन अध्ययन किया। यह अध्ययन उनकी राजनीतिक विचारधारा को आकार देने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। 1930 में भारत लौटने के बाद वो तुरंत स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय हो गए। उन्होंने कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के भीतर एक प्रमुख समाजवादी नेता बने।
आपातकाल में किया था इंदिरा गाँधी का विरोध
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने जब 1975 में देश में आपातकाल लगाया था तब उनके खिलाफ बोलने और राजनीति को एक नया मोड़ देने में सबसे बड़ा हाथ जयप्रकाश नारायण का था। उन्होंने "संपूर्ण क्रांति" नाम से एक आंदोलन भी भी शुरू किया था। यह आंदोलन भ्रष्टाचार, राजनीतिक अन्याय और सत्तावाद के खिलाफ था, और इसका उद्देश्य भारतीय समाज में व्यापक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक सुधार लाना था। आपातकाल के समय जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर इंदिरा गांधी के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आपातकाल हटने के बाद 1977 के आम चुनाव में इंदिरा गांधी और उनकी पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा, और जनता पार्टी की सरकार बनी। जिसका गठन जेपी ने ही किया था।
जनता पार्टी का गठन
जयप्रकाश नारायण के ही नेतृत्व में जनता पार्टी का गठन हुआ था। जिसने 1977 के आम चुनाव में इंदिरा गांधी और उनकी कांग्रेस सरकार को हराया था। यह पहली बार था जब स्वतंत्रता के बाद देश में एक गैर-कांग्रेसी सरकार बनी। जेपी का सम्पूर्ण क्रांति का आंदोलन लोकतंत्र की बहाली के लिए था, और इसने भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाया। हालांकि उन्होंने खुद कभी सत्ता की आकांक्षा नहीं की, लेकिन उनकी नेतृत्व क्षमता ने विपक्षी दलों को एकजुट किया और देश में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना की थी।