आखिर कौन है लालू का तीसरा बेटा तरुण, JDU के धमाके से गरमाई बिहार की सियासत

राजद के मुखिया और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के मौके पर जदयू ने एक बड़ा धमाका किया। जदयू ने तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के अलावा लालू के तीसरे बेटे तरुण का राज खोला।

Update:2020-06-11 20:41 IST

अंशुमान तिवारी

पटना: राजद के मुखिया और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के मौके पर जदयू ने एक बड़ा धमाका किया। जदयू ने तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के अलावा लालू के तीसरे बेटे तरुण का राज खोला। जदयू नेता और बिहार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू यादव पर नौकरी देने के नाम पर गरीबों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लालू ने कई जमीन तरुण यादव के नाम लिखवाई है और दस्तावेजों में उन्हें अपना बेटा बताया है।

अभी तक दो ही बेटों की जानकारी

लालू के जन्मदिन के दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीरज कुमार ने कहा कि अभी तक दुनिया लालू प्रसाद यादव के दो बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बारे में ही जानती है। आखिर यह तीसरा बेटा तरुण यादव कौन है? उन्होंने मांग की कि लालू के तीसरे बेटे को सामने लाया जाना चाहिए और उसे उसका वाजिब हक मिलना चाहिए।

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पेपर में लालू का नाम पिता के रूप में दर्ज

उन्होंने कहा जमीन हथियाने के लिए लालू ने न अपने परिवार को छोड़ा और न अपने फुलवरिया गांव के लोगों को। उन्होंने नौकरी दिलाने के नाम पर फुलवरिया के लोगों से भी जमीन लिखवा ली। नीरज ने कहा कि कई जमीनों के पेपर में लालू के बेटे के रूप में तेज प्रताप यादव और तरुण यादव के नाम दर्ज है। उन्होंने सवाल किया कि क्या तरुण यादव लालू के दत्तक पुत्र हैं? जदयू नेता ने कहा कि तेज प्रताप का जन्म 1989 में हुआ था और लालू ने उनके नाम 1993 में ही जमीन लिखवा दी थी। रजिस्ट्री एक्ट में प्रावधान है कि किसी नाबालिग के नाम जमीन लेने पर अभिभावक का नाम दर्ज कराना होता है मगर इस मामले में यह नहीं किया गया। तेज प्रताप के नाम ली गई जमीन के दस्तावेज में गार्जियन के रूप में लालू का नाम नहीं दर्ज है।

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तरुण को मिले बेटे का हक

जदयू नेता ने कहा कि लालू ने अपने गांव फुलवरिया में प्रमोद कुमार सिंह नामक व्यक्ति से 6 कट्ठा जमीन लेकर उसे तेज प्रताप यादव और तरुण यादव के नाम लिखवाया था। इस जमीन के कागजात में गार्जियन के रूप में लालू का नाम दर्ज है। पेपर में तरुण यादव को लालू यादव का बेटा बताया गया है। उन्होंने कहा कि तरुण यादव को लालू के बेटा होने का हक मिलना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर लालू यादव के परिवार से जवाब देने की मांग की। नीरज ने कहा कि जमीन खरीद से जुड़े दस्तावेजों से पता चलता है कि लालू ने न केवल संपत्ति की हेराफेरी की बल्कि बाल अपराध जैसे गंभीर अपराध भी किए हैं। छोटी सी उम्र में किसी के साथ ऐसा फर्जीवाड़ा करना निश्चित रूप से उत्पीड़न का ही मामला है।

नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव ने इतनी बेनामी संपत्ति इकट्ठा कर रखी है कि उनके बच्चों तक को इस बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है। अभी लालू की संपत्ति का और पोस्टमार्टम किया जाएगा।

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लालू के जन्मदिन पर धमाका

नीरज कुमार की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राज्य की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। लालू यादव के 73 वें जन्मदिन के दिन जदयू की ओर से यह धमाका किया गया है। पटना में लालू की अवैध तरीके से जुटाई गई संपत्तियों से जुड़ा पोस्टर भी लगाया गया। नीरज कुमार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह पोस्टर किसने लगाया है मगर जिसने भी लगाया है उसे बधाई दी जानी चाहिए क्योंकि उसने राज्य के लोगों को सच्चाई से अवगत कराया है।

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