Jharkhand Politics: रिजॉर्ट में पूरी तरह कैद हैं झारखंड के विधायक, बाहर निकलने और किसी से मिलने की अनुमति नहीं
Jharkhand Politics: रिजॉर्ट में रखे गए विधायकों का मानना है कि उन्हें रिजॉर्ट में नहीं बल्कि एक तरीके से जेल में कैद कर दिया गया है। उनका कहना है कि इससे तो बेहतर होता कि उन्हें रांची में ही रहने दिया जाता।
Jharkhand Politics: झारखंड में चल रही सियासी उठापटक के बीच महागठबंधन के 36 विधायकों को हैदराबाद के लिओनिया रिजॉर्ट में रखा गया है। यहां पर विधायकों को पूरी तरह से कैद कर दिया गया है और उन्हें किसी से मिलने या बाहर निकालने की अनुमति नहीं है। रांची से दूर भेजे जाने को लेकर विधायकों में नाराजगी दिख रही है। उनका मानना है कि जिन लोगों के दम पर वे चुनाव जीत कर पहुंचे हैं,उन्हें उन लोगों से ही दूर कर दिया गया है। महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं को अपने विधायकों पर ही भरोसा नहीं है और इसे लेकर भी विधायकों में नाखुशी दिख रही है।
रिजॉर्ट में पूरी तरह कैद हैं झारखंड के विधायक
झारखंड में हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है और उन्हें सोमवार को झारखंड विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है। महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं ने अपने विधायकों को टूट से बचाने के लिए रांची से दूर हैदराबाद भेज दिया है। महागठबंधन के 36 विधायकों को यहां के प्रसिद्ध लिओनिया रिजॉर्ट में रखा गया है। रिजॉर्ट के 700 मीटर पहले से ही चारों ओर से बेरिकेडिंग कर दी गई है और विधायकों से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। यहां तक की मीडिया के लोग भी लोगों को भी विधायकों से पूरी तरह दूर रखा गया है।
रिजॉर्ट में रखे गए विधायकों का मानना है कि उन्हें रिजॉर्ट में नहीं बल्कि एक तरीके से जेल में कैद कर दिया गया है। उनका कहना है कि इससे तो बेहतर होता कि उन्हें रांची में ही रहने दिया जाता। इन विधायकों का कहना है कि उन्हें हैदराबाद ले जाने का फैसला समझ से परे है। उन्हें अपने लोगों से ही दूर कर दिया गया है और वे अपने लोगों के बीच न जाकर उनसे दूर भाग रहे हैं। महागठबंधन के नेताओं के इस कदम से कई विधायकों में नाराजगी भी दिख रही है।
नई सरकार का फ्लोर टेस्ट कल
झारखंड के विधायकों को रिसोर्ट में रखे जाने के बाद 5 फरवरी तक रिजॉर्ट की बुकिंग पूरी तरह रद्द कर दी गई है। महागठबंधन के सूत्रों का कहना है कि रिजॉर्ट में रखे गए विधायक रविवार की दोपहर बाद हैदराबाद से रांची के लिए रवाना होंगे। चार्टर प्लेन से विधायकों के रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को सीधे सर्किट हाउस ले जाया जाएगा।
सोमवार को झारखंड में नई सरकार को अपना बहुमत साबित करना है और इसलिए सोमवार को दस बजे से पहले सभी विधायक विधानसभा पहुंचेंगे। फ्लोर टेस्ट के पहले विधायकों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और फ्लोर टेस्ट पूरा होने के बाद ही विधायकों को कैद से मुक्ति मिल सकेगी। महागठबंधन के नेता फ्लोर टेस्ट को लेकर पूरी तरह सतर्क है और उनका कहना है कि बीजेपी की किसी भी चाल को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
इसलिए बरती जा रही है सतर्कता
हैदराबाद के लिए लिओनिया रिजॉर्ट में विधायकों की सुख सुविधा का पूरी तरह ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें उन्हें एक से बढ़कर एक लजीज व्यंजन परोसे जा रहे हैं। शनिवार को विधायकों ने कीमा समोसा और हैदराबादी खिचड़ी का लुत्फ उठाया। इसके साथ ही उन्हें बिरयानी, पाया, निहारी और कई अन्य प्रकार के शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन परोसे गए।
महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि फ्लोर टेस्ट को लेकर वे पूरी तरह सतर्क हैं ताकि नई सरकार को किसी भी प्रकार की सियासी अड़चन का सामना न करना पड़े। महागठबंधन के नेता बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त हैं मगर इसके साथ ही विधायकों को किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ बचाने के लिए अतिरिक्त सतर्कता भी बरती जा रही है।