झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन से डरने की जरूरत नहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने दिलाया भरोसा
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, कोरोना के नए स्ट्रेन से भयभीत होने की ज़रूरत नहीं है। राज्य सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश-दुनिया में इसे लेकर क्या कुछ हो रहा है उसपर भी नज़र रखी जा रही है।
रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, कोरोना के नए स्ट्रेन से भयभीत होने की ज़रूरत नहीं है। राज्य सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश-दुनिया में इसे लेकर क्या कुछ हो रहा है उसपर भी नज़र रखी जा रही है। रांची में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि, कोरोना से राज्य सरकार ने बेहतर तरीके से निपटा है। यही वजह है कि, झारखंड में कोरोना के मामले बेहद कम सामने आए हैं। रिकवरी रेट में झारखंड ने मिसाल पेश की है। मृत्यु दर भी बेहद कम रहा है।
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प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना पर सवाल
झारखंड सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का नाम बदलने जा रही है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेना है। इस बाबत झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, राज्य में 57 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना से लाभांवित हैं। 28 लाख लाभुकों को केंद्र सरकार की ओर से 60 प्रतिशत राशि मिलती है और बाकी राज्य सरकार देती है। बाकी 29 लाख लाभुकों को राज्य सरकार की ओर से सौ प्रतिशत राशि दी जाती है। लिहाज़ा, राज्य सरकार इन 29 लाख लाभुकों को लेकर योजना का नाम बदलने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, जब राज्य सरकार सौ प्रतिशत लाभ दे रही है तो उस योजना को राज्य के अनुकूल बनाया जाएगा।
सरकारी अस्पतालों पर भरोसा बढ़ा
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि, कोरोना महामारी के दौरान सरकारी अस्पतालों ने ही स्थिति को संभाला है। प्राइवेट अस्पतालों ने अपनी दुकानें बंद कर ली थीं। उन्होने कहा कि, राज्य सरकार अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का विकास कर रही है। रिम्स का ज़िक्र करते हुए उन्होने कहा कि, कोरोना महामारी के दौरान सबसे अधिक बोझ राज्य के सबसे बड़े अस्पताल ने ही उठाया है। रिम्स को आधुनिका बनाने के लिए भी मंत्री ने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। रिम्स में नई लैब को बेहतर बनाने की दिशा में भी उन्होने सकारात्मक पहल का भरोसा दिलाया है।
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नए डॉक्टरों की नियुक्ति
झारखंड में वर्ष के अंत में 367 डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि, 280 चिकित्सकों की जेपीएससी और 87 डॉक्टरों को एनएचएम ने अनुबंध पर नियुक्त किया है। बन्ना गुप्ता ने भरोसा जताया कि, नए डॉक्टरों के आने से स्वास्थ्य सेवा बेहतर होगी। नवनियुक्त डॉक्टरों ने भी सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरने का भरोसा दिलाया है। नए चिकित्सकों को पीएचसी, सीएचसी और ज़िला अस्पताल में नियुक्ति दी गई है। विभागीय सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि, डॉक्टर केवल समय पर अस्पताल में मौजूद रहें तो कई समस्याओं का अंत हो जाएगा।
रांची से शाहनावज़ की रिपोर्ट