कमल हासन: राजनीति में एंट्री लेने से पहले ही अपनी बयानबाजी से चर्चा में हासन
वामपंथी विचारधारा से प्रभावित एक नया कैरेक्टर राजनीति में आने को बेताब है। फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखने वाला यह सितारा राजनैतिक मंच पर अपनी लौन्चिंग के मूड में दिखाई दे रहा है। हम बात कर रहे हैं कमल हासन की। राजनीतिक पारी प्रारम्भ करने से पहले इन्होने राजनीतिज्ञों
दिवाकर शर्मा
लखनऊ: वामपंथी विचारधारा से प्रभावित एक नया कैरेक्टर राजनीति में आने को बेताब है। फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखने वाला यह सितारा राजनैतिक मंच पर अपनी लौन्चिंग के मूड में दिखाई दे रहा है। हम बात कर रहे हैं कमल हासन की। राजनीतिक पारी प्रारम्भ करने से पहले इन्होने राजनीतिज्ञों जैसे बयान देना भी शुरू कर दिया है। राजनीति में आने से पहले अपने आकाओं को खुश करके, मीडिया के माध्यम से सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए हिंदुत्व पर उंगली उठाने का तरीका सबसे अच्छा हैं, और वही इन्होने अपनाया है।
जी हां, उन्होंने खुद को ‘तर्कवादी’ कहकर अपनी दूषित मानसिकता का परिचय देते हुए हिंदुत्व पर हमला बोला है। हासन ने तमिल मैगजीन 'आनंदा विकटन' में प्रकाशित अपने एक लेख में लिखा है कि हिंदू कैम्पों में आतंकवाद दाखिल हो चुका है। पहले हिंदू राइट (विंग) दूसरे धर्म के लोगों के साथ बौद्धिक चर्चा में शामिल होते थे, तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे, परन्तु अब वे बाहुबल का प्रयोग करते है एवं हिंसा करते है।
स्पष्ट ही हासन का यह बयान केवल हिन्दू सभ्यता का अपमान करने, उसे बदनाम करने एवं अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोगों को भड़काने की कोशिश मात्र है, इससे अधिक और कुछ नहीं। ठीक उसी तर्ज पर जैसे कि ओवेसी बंधू किया करते है। हिन्दू धर्म पर आरोप लगाने वाले कमल हासन से आहत हिन्दू समाज पूछना चाहता है कि उनके अपने एलडीएफ़ के सहयोगियों के लाल आतंक, ज़ाकिर नाइक और पीएफ़आई के बारे में उनके क्या विचार है ? कहीं हिन्दू धर्म का यह अपमान केवल डीएमके और कांग्रेस के करीब आने के लिए तो नहीं है? कमल हासन को हिन्दू धर्म पर आरोप लगाने से पूर्व हिन्दू धर्म का इतिहास जानना चाहिए।
यह कमल हासन के लिए कोई नई बात नहीं है, वे पूर्व से ही हिंदुत्व की विचारधारा का विरोध करते आये है। आज कमल हासन से यह पूछना आवश्यक है कि कहीं कमल भी इन पीऍफ़आई के आतंकियों के मददगार तो नहीं है ? आखिर क्या वजह है कि पीऍफ़आई के आतंकियों पर कानून की नजर पड़ते ही हासन को हिन्दू आतंकवाद नजर आने लगा ?
कमल हासन को यह भी जानना चाहिए कि हिन्दू कभी आतंकी या असहिष्णु नहीं होता। कमल हासन भली भांति जानते है कि उसे स्टारडम के इस मुकाम पर पहुंचाने वाले भी हिन्दू ही है, क्योकि हिन्दू ही है जो उसका धर्म के आधार पर नहीं अपितु कला के आधार पर मूल्यांकन करते है, परन्तु अफ़सोस कमल हासन हिन्दू धर्म में आतंकवाद दिखाई देता है।
हासन पूर्व में नोटबंदी का समर्थन कर पलटी मार चुके है:
- नोटबंदी के तुरंत बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि “सलाम मिस्टर मोदी ! इस कदम की सभी को सराहना करनी चाहिए ! ख़ास तौर पर टैक्स देने वालों को !'
- इसके बाद हासन ने यू टर्न लते हुए नोटबंदी का विरोध करते हुए कहा कि प्लान अच्छा है परन्तु इसके क्रियान्वयन में समस्या आ रही है। हासन ने नोटबंदी पर प्रधानमंत्री से गलती स्वीकार करने की अपील भी की। इसके पूर्व भी हासन बीफ पर केंद्र सरकार की आलोचना कर चुके हैं।
अनैतिकता के प्रतिमान कमल हासन –:
- 1970 में अपने करियर के शुरुआती दिनों में कमल हासन को पॉपुलर एक्ट्रेस श्री विद्या से प्यार हो गया।
- कुछ समय ये रिलेशन चला और फिर दोनों अलग हो गए।
- जब साल 2006 में श्रीविद्या ने आखिरी सांस ली तो कमल हासन उनसे मिलने पहुंचे थे।
- इसके बाद 1978 में 24 साल के कमल हासन को उम्र में अपने से बड़ी डांसर वाणी गणपति से प्यार हुआ।
- कमल को कभी भी शादी में विश्वास नहीं था और वाणी लिव इन में नहीं रहना चाहती थी, इसी वजह से उन्होंने मजबूरन शादी की।
- वाणी फिल्मों के लिए कमल हासन की कॉस्ट्यूम डिजाइन किया करती थीं। दोनों का रिलेशन 10 साल तक अच्छा चला। इसके बाद कमल हासन की जिंदगी में सारिका आईं।
- सारिका उनकी कोस्टार थीं। कमल को सारिका से प्यार हो गया। जब ये बात वाणी को पता चली तो उन्होंने कमल हासन को तलाक दे दिया। सारिका ने कभी उन्हें शादी के लिए नहीं कहा। इसी वजह से वो बिना शादी के दो बच्चों की मां बन गई। बाद में समाज से मिल रहे प्रेशर की वजह से दोनों ने शादी की !
उसी दौरान कमल का एक्ट्रेस गौतमी के साथ भी नाजायज रिश्ता रहा। लेकिन गौतमी एक्टर की जिंदगी में दूसरी औरत नहीं बनना चाहती थी इसलिए उन्होंने किसी और से शादी कर ली ! सारिका से कमल हासन की दो बेटियां है श्रुति हासन और अक्षरा हासन ! कमल का अपनी को-स्टार सिमरन बग्गा के साथ भी प्यार परवान चढ़ा ! बग्गा हासन ने 22 साल छोटी थी इसी वजह से इसने खूब सुर्खियां बटोरी ! कहा जाता है कि इसी वजह से कमल और सारिका अलग हुए ! लेकिन बाद में सिमरन ने किसी और के साथ शादी कर ली ! इसके बाद कमल दोबारा अपनी साउथ इंडियन एक्ट्रेस रहीं गौतमी के पास वापस लौट आए ! दोनों बिना शादी के 13 सालों से साथ रह रहे थे ! लेकिन हाल ही में गौतमी और कमल का भी ब्रेकअप हो गया !
कमाल का परिवार है –
कमल हासन की बेटी अक्षरा हासन नास्तिक है। अक्षरा के धर्म परिवर्तन की खबरें जब चर्चा में आई तब कमल हासन ने उनसे ट्वीट करके पूछा था कि “ अक्षु ! क्या तुमने अपना धर्म बदल लिया है ? यदि ऐसा है तो तुम्हे ढेर सारा प्यार! धर्म के उलट प्यार में कोई शर्त नहीं होती। जिन्दगी के मजे लो ! प्रेम – तुम्हारा बापू “ !
इसका जवाब देते हुए अक्षरा ने लिखा “हाय बापू जी! नहीं में अभी भी नास्तिक हूँ! हालांकि में बोद्ध धर्म के अनुसार जीवन जीने के तरीके और निजी रास्ते में यकीन रखती हूँ!” अक्षरा के अनुसार वह बोद्ध धर्म के अनुसार जीवन जीने में विश्वास रखती है परन्तु उन्होंने यह नहीं कहा कि उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया है।
कमल हासन धार्मिक ग्रंथ महाभारत पर टिप्पणी करने पर विवादों में आए थे। उन्होंने कहा था- देश में अब भी ऐसा धार्मिक ग्रंथ पढ़ा जाता है जिसमें एक महिला को दाव पर लगा दिया गया था। उनके इस बयान के बाद उन्हें लोगों की जबरदस्त आलोचना झेलनी पड़ी थी। एक्टर के खिलाफ तमिलनाडू की एक अदालत में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की शिकायत दर्ज हुई थी। कमल हासन ने बिग बॉस के तमिल वर्जन को होस्ट किया था। लोगों ने इस शो का विरोध किया और कमल हासन पर तमिल संस्कृति को दूषित करने का आरोप लगाया। राष्ट्रवादी हिंदू पार्टी ने कहा कि इसमें कंटेस्टेंट अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हैं और 75% नग्न रहते हैं. यह तमिल संस्कृति का अपमान है।
जब मुस्लिम संगठनों के कारण भारत छोड़ने को तैयार हो गए थे कमल हासन
2013 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘विश्वरूपम’ कमल हासन के करियर की सबसे महंगी फिल्म थी, इस फिल्म के निर्माण के लिए कमल हासन ने अपना घर, अपनी संपत्ति को गिरवी रखा थ।
फिल्म का मुस्लिम संगठनों द्वारा विरोध किये जाने के बाद फिल्म पर बैन लगा दिया गया था। मुस्लिम संगठनों का कहना था की फिल्म में मुसलमानों को आतंकवादी के रुप में दिखाया गया है और इससे सामाजिक समरसता प्रभावित होगी।
तमिलनाडु सहित कुछ राज्यों में इस फिल्म पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद हासन ने कहा था कि “मुझे अब लगने लगा है कि भारत में तमिलनाडु को छोड़कर काश्मीर से लेकर केरल तक किसी भी धर्मनिरपेक्ष राज्य में अपने रहने के लिए जगह खोजनी पड़ेगी। अगर मुझे भारत में ऐसी कोई जगह नहीं मिली तो मैं विदेश जाऊंगा !” कमल हासन ने कहा था कि मशहूर चित्रकार एमएफ हुसैन साहब को भी ऐसा करना पड़ा था।
विश्वरूपम का विरोध 24 मुस्लिम संगठनों ने किया था। इसके बाद कमल हासन ने फिल्म पर लगी रोक के खिलाफ मद्रास हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट की एकल बेंच ने हासन के पक्ष में फैसला दिया और फ़िल्म की रिलीज़ को हरी झंडी दे दी थी। लेकिन तमिलनाडु सरकार के अपील में मद्रास हाई कोर्ट की बड़ी बेंच ने एकल जज की पीठ के फैसले को पलटते हुए फ़िल्म की रिलीज पर फिर से रोक लगा दी। बाद में कमल हासन और मुस्लिम संगठनों के बीच समझौता होने पर विवाद समाप्त हो गया था।