Karnataka: कर्नाटक में सूखे की समस्या को लेकर तनातनी बढ़ी, कांग्रेस ने बोला हमला, पीएम मोदी और सहयोगी मंत्रियों पर लगाया बड़ा आरोप
Karnataka: कर्नाटक के कई इलाकों में सूखे की स्थिति गंभीर बनी हुई है और इस पर चर्चा के लिए गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी।
Karnataka: कर्नाटक में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कोई मदद न करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने तीखी नाराजगी जताई है। कर्नाटक की राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान गुरुवार को आरोप लगाया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्रियों की ओर से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके कैबिनेट सहयोगियों को सूखे की स्थिति पर चर्चा के लिए समय नहीं दिया जा रहा है।
दूसरी ओर भाजपा के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवाकुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह बताएं जाने पर उन्होंने टिकी आपत्ति जताई है।
पीएम मोदी चर्चा करने के लिए तैयार नहीं
दरअसल कर्नाटक के कई इलाकों में सूखे की स्थिति गंभीर बनी हुई है और इस पर चर्चा के लिए गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद राज्य के कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने कहा कि सूखे की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मिलने का समय तक नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के कई मंत्री चार-पांच दिनों तक दिल्ली में डेरा डाले रहे मगर मोदी सरकार के मंत्रियों की ओर से कर्नाटक के मंत्रियों से चर्चा नहीं की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्रियों ने राज्य के कृषि मंत्री, राजस्व मंत्री और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री से मुलाकात करना भी गवारा नहीं किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस रवैए से कर्नाटक के प्रति केंद्र सरकार की भावनाओं का पता लगता है। उन्होंने बताया कि राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान मनरेगा में मानव दिवस बढ़ाने की मांग की गई ताकि सूखा प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को आजीविका का कोई स्रोत हासिल हो सके।
तानाशाह की भूमिका में दिख रहे हैं पीएम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला बोला था। उनका कहना था कि क्या प्रधानमंत्री होने का मतलब तानाशाह होना है? उनका कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री की ओर से कर्नाटक का जिक्र किए जाने का क्या मतलब है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए पीएम मोदी और उनके सहयोगी मंत्रियों की ओर से गैरजिम्मेदाराना रुख अपनाया जा रहा है।
सिद्धारमैया को अहंकारी नेता बताया
सिद्धारमैया के इस बयान के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया
केंद्र सरकार के प्रति गिरजिम्मेदाराना टिप्पणियां करने में जुटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया भर में सम्मान हासिल हो रहा है और ऐसे प्रधानमंत्री की आलोचना करने से सिद्धारमैया के अहंकार का पता लगता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे अहंकारी नेता को वक्त आने पर कर्नाटक की जनता सबक सिखाएगी। कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की जीत के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ था मगर और उसके बाद से ही केंद्र सरकार और कर्नाटक सरकार के बीच खींचतान दिख रही है।