जल आपूर्ति बहाल करने के लिए केंद्रपाड़ा के प्लंबर साथ आए
पीएचईडी के सहायक अभियंता बी के बाल ने कहा, “जिले में प्लंबरों की बहुत संख्या है। चूंकि केंद्रपाड़ा चक्रवात से कम प्रभावित हुआ है इसलिए हमने जल आपूर्ति बहाल करने के लिए प्लंबरों की सेवाएं मांगी है।
केंद्रपाड़ा (ओडिशा): केंद्रपाड़ा जिले के कुशल प्लंबर भीषण चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ में तबाह हुई जल टंकियों को वापस स्थापित करने और भुवनेश्वर एवं पुरी में पाइपलाइनों की मरम्मत के लिए आगे आए हैं जहां लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं।
ये भी देंखे:घर में आग लगने से दो बच्चों की मौत, 50 मकान भी जले
केंद्रपाड़ा तटीय जिले को देश की प्लंबिंग राजधानी माना जाता है और अपने कुशल प्लंबरों के लिए वह विदेश में भी प्रसिद्ध है।
पीएचईडी के सहायक अभियंता बी के बाल ने कहा, “जिले में प्लंबरों की बहुत संख्या है। चूंकि केंद्रपाड़ा चक्रवात से कम प्रभावित हुआ है इसलिए हमने जल आपूर्ति बहाल करने के लिए प्लंबरों की सेवाएं मांगी है।
‘‘लेकिन हमारा उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। प्लंबिंग प्लेसमेंट एजेंसियों एवं संस्थाओं के माध्यम से प्लंबरों के दस्ते को यहां लाया गया। उन्होंने राजधानी के कई इलाकों में जल आपूर्ति बहाल करने में बहुत अच्छा काम किया है।”
संयोग से देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले कई प्लंबर आपदा के वक्त अपने परिवार के साथ मौजूद रहने के लिए अपने-अपने घर आए हुए थे।
केंद्रपाड़ा पूर्व में चक्रवातों का दंश कई बार झेल चुका है लेकिन इस बार वह फोनी चक्रवात से बच गया और उसे सबसे कम नुकसान झेलना पड़ा।
बाल ने कहा कि प्लबंरों को उस समय भुवनेश्वर लाया गया जब वह अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटने की योजना बना रहे थे।
उन्होंने कहा, “काम के लिए हमारे साथ सौदेबाजी करने की बजाए प्लंबरों ने संकट की इस स्थिति में काम करने की तीव्र इच्छा जताई।”
ये भी देंखे:सड़क किनारे बिकने वाला 81 प्रतिशत जूस पीने लायक नहीं होता :बीएमसी
भुवनेश्वर की प्लंबिंग कंपनी के अधिकारी आदित्य मोहंती ने कहा, “प्लंबरों के कौशल एवं त्वरित कार्य ने जयदेब विहार एवं शहर के अन्य हिस्सों में आंशिक जलापूर्ति बहाली में मदद की।”
(भाषा)