कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव, BJP विधायक ने किया समर्थन

बीजेपी विधायक राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं।''

Update: 2020-12-31 10:34 GMT
राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं।''

तिरुवनन्तपुरम: केरल के विधानसभा में आज कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया। केरल विधानसभा में बीजेपी के एकमात्र विधायक ओ राजगोपाल ने सदन में उस प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसमें विवादित केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग गई है और जिनके खिलाफ दिल्ली की सीमा पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।

केरल विधानसभा के विशेष सत्र में बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रस्ताव रखा, जिसे सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ), विपक्षी कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (UDF) और बीजेपी के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित किया गया।

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कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव, BJP विधायक ने किया समर्थन(फोटो:सोशल मीडिया)

बीजेपी विधायक ने कही ये बड़ी बात

प्रस्ताव पास होने के उपरांत मीडिया से बात करते हुए राजगोपाल ने कहा, ‘‘प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया है। मैंने कुछ बिंदुओं (प्रस्ताव में) के संबंध में अपनी राय रखी, इसको लेकर विचारों में मतभेद था जिसे मैंने सदन में रेखांकित किया।''

उन्होंने ये भी कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का पूरी तरह से समर्थन किया।'' जब राजगोपाल का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया कि प्रस्ताव में तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है, तब भी उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने की बात कही।

राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं।''

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कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधानसभा में प्रस्ताव, BJP विधायक ने किया समर्थन(फोटो:सोशल मीडिया)

यह लोकतांत्रिक प्रणाली है, कुछ भी गलत नहीं किया: बीजेपी विधायक

राजगोपाल ने कहा कि यह लोकतांत्रिक भावना है। जब राजगोपाल से कहा गया कि वह पार्टी के रुख के खिलाफ जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रणाली है और हमें सर्वसम्मति के अनुरूप चलने की जरूरत है।

हालांकि, विशेष सत्र के दौरान सदन में राजगोपाल ने चर्चा के दौरान कहा था कि नए कानून किसानों के हितों की रक्षा करेंगे और बिचौलियों से बचा जा सकेगा।

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