Kerala Politics: अब दक्षिण में भी इंडिया गठबंधन में शुरू हुई महाभारत, केरल में कांग्रेस ने विजयन के खिलाफ खोला मोर्चा, राज्यव्यापी विरोध मार्च शुरू

Kerala Politics: कांग्रेस ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. सुधाकरन और विपक्षी नेता वीडी सतीसन की अगुवाई में राज्यव्यापी विरोध मार्च शुरू किया।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-02-10 09:01 GMT

Pinarayi Vijayan  (photo: social media )

Kerala Politics: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर भारत के बाद अब दक्षिण भारत में भी विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में बिखराव दिखने लगा है। केरल में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ विजयन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. सुधाकरन और विपक्षी नेता वीडी सतीसन की अगुवाई में राज्यव्यापी विरोध मार्च शुरू किया।

कांग्रेस का यह विरोध मार्च तीन हफ्ते में राज्य के 14 जिलों को कवर करेगा। विरोध मार्च की शुरुआत के मौके पर कांग्रेस नेताओं ने सीपीएम पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केरल में भी सीपीएम का वही हाल होगा, जो पश्चिम बंगाल में हुआ है।

केरल सरकार के खिलाफ कांग्रेस का विरोध मार्च

विरोधी मार्च की शुरुआत के मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी पहुंचे थे। उन्होंने कासरगोड में कांग्रेस के विरोध मार्च को हरी झंडी दिखाई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह विरोध मार्च केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जन आंदोलन के रूप में शुरू किया गया है। इस मौके पर विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध जताने के लिए इस मार्च की शुरुआत की गई है। दोनों सरकारों की गलत नीतियों के कारण राज्य के लोग प्रभावित हैं और इस यात्रा के दौरान हम राज्य के लोगों से मुलाकात करेंगे।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिश में जुटी हुई है और इस यात्रा का मकसद लोगों को भाजपा की नीतियों के प्रति जागरूक बनाना है। सतीसन ने कहा कि केरल राज्य का सोशल वेलफेयर सिस्टम पूरी तरह से फेल गया है। हमारा मकसद ऐसे लोगों से मुलाकात करना है जो राज्य के ध्वस्त सोशल वेलफेयर सिस्टम के शिकार हैं। कांग्रेस ने फासीवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी है और यह यात्रा हमारे इसी अभियान का हिस्सा है।

पश्चिम बंगाल जैसा होगा सीपीएम का हाल

यात्रा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विजयन सरकार और सीपीएम पर तीखा का हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा का मकसद राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पूरी तरह बेनकाब करना है। विजयन भाजपा के खिलाफ नहीं है। अपने लोगों और अपनी कुर्सी बचाने के लिए वे भाजपा के साथ समझौता करने के लिए तैयार बैठे हैं।

मुख्यमंत्री की राज्यपाल से लड़ाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विजयन को राज्यपाल से लड़ाई लड़ने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। पश्चिम बंगाल में सीपीएम की हालत किसी से छिपी हुई नहीं है और अब विजयन की अगुवाई में केरल में भी पार्टी का वही हाल होने वाला है।

उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर यूडीएफ उम्मीदवारों की जीत का बड़ा दावा भी किया। उन्होंने कहा कि केरल में भारतीय जनता पार्टी की कोई हैसियत नहीं है और यहां पार्टी का खाता भी नहीं खुलेगा।

साउथ में भी इंडिया गठबंधन में शुरू हुई जंग

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए के खिलाफ बनाए गए इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच विभिन्न राज्यों में आपसी जंग शुरू हो चुकी है। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के साथ सीपीएम भी शामिल है मगर केरल में दोनों दोनों दलों में आर-पार की लड़ाई दिखने लगी है। दोनों दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और राज्य में चुनावी जंग जीतने के लिए दोनों दलों की ओर से एक-दूसरे पर तीखे हमले किए जा रहे हैं।

केरल में कांग्रेस को अच्छी चुनावी संभावनाएं दिख रही हैं और इसीलिए पार्टी ने सीपीएम के खिलाफ बड़ा विरोध मार्च शुरू किया है। सियासी जानकारों का मानना है कि कई अन्य राज्यों की तरह केरल में भी इंडिया गठबंधन में बड़ा बिखराव दिख रहा है। आने वाले दिनों में यह जंग और तीखी होने के आसार हैं।

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