जज ने दी लालू प्रसाद यादव को सलाह- जेल में आत्मचिंतन करें

Update: 2017-12-24 09:34 GMT
चारा घोटाला: चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू दोषी करार

रांची : चारा घोटाले के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सहित 16 लोगों को शुक्रवार को दोषी ठहराया गया। इस दौरान विशेष सीबीआई कोर्ट के न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने जो कहा वह दोषियों के लिए खास नसीहत हो सकती है। बशर्ते वो इसे माने तो।

सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने कहा, आप लोग सामाजिक तौर पर बहुत व्यस्त रहते हैं तो आप लोगों को समय नहीं मिल पाता है। अब आप लोगों को जेल में अकेले रहने और आत्मचिन्तन का अच्छा समय मिलेगा। इस दौरान आप सभी को अपने पिछले कामकाज के बारे में आत्मचिन्तन करना चाहिए।

इन धाराओं में दर्ज हुआ था मामला

सीबीआई ने आपराधिक षड्यन्त्र, गबन, फर्जीवाड़ा, साक्ष्य छिपाने, पद के दुरुपयोग आदि से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120बी, 409, 418, 420, 467, 468, 471, 477 ए, 201, 511 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(डी) एवं 13(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

लालू ने अपने को नेल्सन मंडेला, अंबेडकर के बराबर खड़ा कर दिया

सजा सुनाए जाने बाद लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से ट्विट किया गया जिसमें कहा गया है कि ”पॉवरफुल लोग हमेशा राज करने के लिए समाज को टुकड़ों में बांटते हैं और जब भी कोई निचले तबके का इंसान आकर इसे बदलने की कोशिश करता है। उसे दंडित किया जाता है। क्या नेल्सन मंडेला, मार्टिन लूथर किंग, बाबा साहेब अंबेडकर कोशिश में नाकाम हुए। इतिहास में उन्हें विलेन की तरह देखा गया। पक्षपाती-जातिवादी लोगों के लिए वो आज भी विलेन हैं।”

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