लालू की जेल: मैनुअल के उल्लंघन में जेल अधीक्षक का खुलासा, रिपोर्ट दबाने की कोशिश

रिपोर्ट में लालू की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही और राजद अध्यक्ष के सेवादारों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। अब सवाल ये है कि, इतने गंभीर मसले पर भी रांची ज़िला प्रशासन कोई तत्परता नहीं क्यों नहीं दिखा रहा है।

Update:2020-12-01 19:27 IST
लालू की जेल: मैनुअल के उल्लंघन में जेल अधीक्षक का खुलासा, रिपोर्ट दबाने की कोशिश

रांची: झारखंड की सत्ता में साझीदार राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत हैं। चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता होने के बाद उन्हे बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है। हालांकि, केली बंगला में रहते हुए लालू प्रसाद पर कथित तौर पर बिहार सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगा है। मामला राजनीतिक रंग लेने के बाद रांची उपायुक्त ने होटवार जेल अधीक्षक को जेल मैनुअल के कथित आरोपों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। जेल सुप्रीटेंडेंट ने अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है लेकिन उसपर कार्रवाई के बजाय उसे दबाने की कोशिश हो रही है।

उपायुक्त ने जांच रिपोर्ट नहीं देखा

होटवार जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ने अपनी जांच रिपोर्ट रांची उपायुक्त छवि रंजन को सौंप दी है। रिपोर्ट में क्या कुछ है इस बाबत उन्होने कुछ भी कहने से इनकार किया है। रांची उपायुक्त ने मीडिया से बस इतना कहा है कि, जेल सुप्रीटेंडेंट की रिपोर्ट उन्हे मिल चुकी है। उन्होने रिपोर्ट अबतक देखा नहीं है। लिहाज़ा, रिपोर्ट के तथ्यों के बारे में अभी कुछ कहना मुनासिब नहीं है। हालांकि, सूत्र बता रहे हैं कि, रिपोर्ट में लालू की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही और राजद अध्यक्ष के सेवादारों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। अब सवाल ये है कि, इतने गंभीर मसले पर भी रांची ज़िला प्रशासन कोई तत्परता नहीं क्यों नहीं दिखा रहा है।

जेल आईजी तक नहीं पहुंची रिपोर्ट

जेल आईजी के निर्देश पर ही रांची उपायुक्त ने जेल अधीक्षक को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया था। इस बाबत जेल आईजी ने कुछ भी नहीं कहा। अलबत्ता उन्होने इतना ज़रूर कहा कि, उनके टेबल तक जांच रिपोर्ट नहीं पहुंची है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। लालू की सुरक्षा के सवाल पर रांची एसएसपी सुरेंद्र झा ने भी कुछ कहने से इनकार कर दिया है। हालांकि, सुरक्षा में लापरवाही के कारण ही जेल मैनुअल के उल्लंघन की बात सामने आ रही है। ऐसे में रांची पुलिस का कुछ भी नहीं कहना कई सवाल खड़े करता है।

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क्या है पूरा मामला

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर आरोप है कि, उन्होने रिम्स के केली बंगला में रहते हुए कथित तौर पर बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन किया। बातचीत के दौरान लालू ने बिहार सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। मामला तब सामने आया जब सुशील मोदी ने ऑडियो टेप अपने ट्विटर हैंडल से जारी किया। मामला सामने आने के बाद बिहार से लेकर झारखंड तक राजनीतिक भूचाल आ गया।

पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश

विरोधियों के दबाव के बीच लालू प्रसाद को केली बंगला से रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। साथ ही जेल आईजी के निर्देश पर रांची उपायुक्त ने होटवार जेल अधीक्षक को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। हालांकि, सरकारी बाबूओं के क्रियाकलापों से ऐसा लग रहा है कि, पूरे मामले को दबाने की कोशिश हो रही है। बहरहाल, रिपोर्ट के आधार पर क्या कुछ कार्रवाई होती है उसका इंतज़ार है।

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रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।

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