भारत-चीन युद्ध शुरू: LAC पर अब बदले हालात, सेना खतरनाक हथियारों के साथ तैयार

लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर बातचीत से भी कोई मसला हल होता नजर नहीं आ रहा है। तनातनी के चलते दोनों देशों की सेनाएं बॉर्डर पर हजारों की संख्या में खतरनाक हथियारों के साथ तैनात हैं।

Update: 2020-10-12 09:51 GMT
लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर बातचीत से भी कोई मसला हल होता नजर नहीं आ रहा है। तनातनी के चलते दोनों देशों की सेनाएं बॉर्डर पर हजारों की संख्या में खतरनाक हथियारों के साथ तैनात हैं।

नई​ दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर बातचीत से भी कोई मसला हल होता नजर नहीं आ रहा है। तनातनी के चलते दोनों देशों की सेनाएं बॉर्डर पर हजारों की संख्या में खतरनाक हथियारों के साथ तैनात हैं।एक तरफ जहां चुशुल में भारत और चीन के बीच आज 7वें दौर की सैन्य कूटनीतिक वार्ता चल रही है, तो दूसरी तरफ खबर मिली है कि पैंगोंग सो के उत्तरी तट पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने सैनिकों की गतिविधियों को बढ़ा दिया हैं।

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तनाव अभी इतनी जल्दी थमने वाला नहीं

ऐसे में चीन की तेजी से हो रही गतिविधियों को देखने के बाद ये अनुमान लगाया जा रहा है कि चीन की अभी पीछे हटने या फिर सीमा पर गतिरोध कम करने की कोई योजना नहीं है। महीनों से चल रहा तनाव अभी इतनी जल्दी थमने वाला नहीं है।

मिली जानकारी के अनुसार, पीएलए ने फिंगर प्वाइंट चार पर पैंगोंग सो के उत्तर में तैनात सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए अतिरिक्त ब्रिगेड की तैनाती की है।

फोटो(सोशल मीडिया)

साथ ही सैन्य कमांडरों के अनुसार, यह देखते हुए कि यहां का मौसम तेजी से बदल रहा है इसलिए चीन यहां पर समय समय पर सैनिकों को बदल रहा है, जिससे उन पर मौसम का असर कम हो।

जिसके चलते 18,000 फीट पर मौजूद फिंगर प्वाइंट चार पर लगातार सैनिकों को बदला जा रहा है। चीनी सेना पीएलए एक समय में यहां पर 200 सैनिकों की तैनाती कर रहा है, जिससे फ्रंट लाइन के सैनिकों का मनोबल बढ़ाया जा सके।

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चीनी सेना पीछे हटने को तैयार नहीं

फोटो(सोशल मीडिया)

अब इस तरह से चीन की तैयारी को देखते हुए ये साफ-साफ कहा जा सकता है कि इस सर्दी चीन की सेना पीछे हटने के लिए किसी भी सूरत में तैयार नहीं है। ऐसे में आज भारत और चीन के बीच कोर कमांडर के सातवें दौर की वार्ता हो रही है। इस मीटिंग में भारत चीन पर सैनिकों को पीछे हटाने का दबाव बनाएगा।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत की तरफ से इस मीटिंग में लेह स्थित 14वीं कोर ('फायर एंड फ्यूरी') के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह की ये आखिरी मीटिंग होगी। जिसे बेहद अहम माना जा रहा है।

दरअसल 14 अक्टूबर से उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ले रहे हैं। हरिंदर सिंह का अपना कोर कमांडर स्तर का कार्यकाल खत्म हो गया है और अब वह देहरादून स्थित‌ आईएमए यानी इंडियन मिलिट्री एकेडमी के कमांडेंट नियुक्त कर दिए गए हैं।

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